वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 2025: रैंकिंग, विश्लेषण और महत्व
Home
वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2025
जारीकर्ता संस्थान |
जर्मन वाच |
भारत का स्थान |
10वां |
शीर्ष स्थान |
डेनमार्क (चौथा) |
कुल शामिल देश |
59 देश + यूरोपीय संघ |
वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2025
रैंक |
देश |
1. |
कोई देश नही |
2. |
कोई देश नही |
3. |
कोई देश नही |
4. |
डेनमार्क |
5. |
नीदरलैंड |
6. |
इंग्लैंड |
7. |
फिलीपींस |
8. |
मोरक्को |
9. |
नार्वे |
10. |
भारत |
55. |
चीन |
57. |
अमेरिका |
63. |
रूस |
वैश्विक जलवायु प्रदर्शन सूचकांक में भारत का प्रदर्शन
वर्ष |
रैंक |
2025 |
10वां |
2024 |
7वां |
2023 |
8वां |
2022 |
10वां |
2021 |
10वां |
2020 |
9वां |
वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 2025: पूरी जानकारी
CCPI क्या है?
- वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (Climate Change Performance Index – CCPI) एक स्वतंत्र मूल्यांकन टूल है
- यह जर्मनवॉच, न्यूक्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क इंटरनेशनल द्वारा जारी किया जाता है
- यह देशों की जलवायु नीतियों, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन, नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता के आधार पर रैंकिंग प्रदान करता है।
- भारत नवीकरण ऊर्जा में अच्छा प्रभाव कर रहा है
- यह चार श्रेणियों के आधार पर सूचकांक जारी किया जाता है
- ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन (40% वेटेज)
- नवीकरण ऊर्जा (20% वेटेज)
- ऊर्जा उपभोग (20% वेटेज)
- जलवायु अधिनियम (20% वेटेज)
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
- CCPI में पहले तीन स्थान खाली रखे गये हैं क्योंकि कोई भी देश पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पाया है।
- जी20 देशों में केवल भारत, जर्मनी और यूके शीर्ष 20 में शामिल हैं।
- COP29 (2024, आजरबैजान) के निर्णयों का CCPI 2025 पर प्रभाव पड़ सकता है।
निष्कर्ष
- CCPI 2025 जलवायु परिवर्तन से निपटने में देशों की प्रगति का महत्वपूर्ण संकेतक होगा।
- भारत का अच्छा प्रदर्शन उसकी हरित ऊर्जा योजनाओं जैसे सौर ऊर्जा मिशन और 2070 तक नेट-जीरो का लक्ष्य को दर्शाता है।
- यह लेख UPSC, State PSC, SSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
स्रोत:
CCPI आधिकारिक वेबसाइट