गुणवाचक विशेषण: परिभाषा, प्रकार और प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु सम्पूर्ण गाइड
गुणवाचक विशेषण क्या है?
परिभाषा:
- जो शब्द संज्ञा के गुण, रूप, अवस्था या स्वभाव का बोध कराएँ, वे गुणवाचक विशेषण कहलाते हैं।
जैसे :-
- सीता सुंदर लड़की है
- मोहन का मुख गोल है
- मीठा सा आम है
मुख्य विशेषताएँ:
- संज्ञा की विशेषता बताता है।
- प्रश्न “कैसा?” का उत्तर देता है।
- लिंग, वचन और कारक के अनुसार बदल सकता है।
स्रोत:
- हरदेव बाहरी की पुस्तक “हिंदी व्याकरण“
- NCERT
गुणवाचक विशेषण के भेद :-
- यह दस प्रकार के होते है।
- गुण (Quality)
- रंग (Color)
- समय(Time)
- भाव(Emotion)
- दशा(Condition)
- आकार(Shapes)
- स्थान(Place)
- दिशा(Direction)
- स्वाद
- गंध
1.गुण बोधक (Adjective of Quality):-
- सच्चा, झूठा, भला,अच्छा, बुरा, दुष्ट, शान्त, अशान्त, न्यायी, अन्यायी, सुन्दर, कुरूप, पापी
- मीठा, खट्टा, नमकीन, तीखा
- दानी, काला, काली, गोरा, गोरी, सुन्दर, सज्जन, आदि ।
2. रंग बोधक (Adjective of Color):-
रंग बताने वाले
- लाल, हरा, पीला, नीला, सफेद, काला, नारंगी, बैगनी, आसमानी, गुलाबी, भूरा आदि
- सुनहरा, गेहुआ, सांवला, श्वेत, गोरा, काला आदि
- साफ, मैला, स्वच्छ, दूषित, पबित्र, अपवित्र आदि।
जैसे:
- लाल गुलाब सुंदर है।
3. समय /काल बोधक (Adjective of Time) :-
- आज, कल, परसों, अगला, पिछला, सुबह, दोपहर, संध्या, रात्रि मध्यरात्रि
- नया, पुराना, ताज़ा, बासी
- आगामी, विगत
- वर्तमान, भूतकाल, भविष्य, प्राचीन, आधुनिक मध्यकाल आदि ।
जैसे:-
- पुराना घर टूट गया।
- ताज़ा फल खाओ।
4. भाव बोधक (Adjective of Emotion):-
- बुरा, कायर, वीर, डरा, भयभीत, डरपोक, बहादुर, बुझदिल, साहसी, ईमानदार, बेईमान, चोर, डाकू, लुटेरा, आंकवादी आदि।
5. दशा बोधक :-
दशा बताने वाले
- दुबला, मोटा, गीला, भीगा, सूखा, गाढ़ा, पतला, भारी, हल्का
- नवजात, बच्चा, युवा, जवान, वृद्ध, स्वस्थ, बीमार, रोगी, जीवित, मृत, क्रोधित, धनी, गरीब, अमीर, दरिद्र, सघन, विरल आदि ।
जैसे:-
- गीला कपड़ा सुखाओ।
6. आकार बोधक (Adjective of Shapes) :-
आकार बताने वाले
- गोल, लंबा, चौड़ा, गोल, सुडौल, नुकीला, तिकोना, चौकोर, सीधा, टेढ़ा, अष्टकोण, गोला, त्रिभुज, चतुर्भुज,आयात, वर्ग, वर्गाकार, घन, घनाकार, आयात, आयताकार, घनाभ, शंकु आदि ।
जैसे:-
- गोल मेज़ खरीदो।
7. स्थान बोधक (Adjective of Place):-
- भारतीय, अमेरिकन, अंग्रेज, हिन्दुस्तानी, पाकिस्तानी आदि
- पंजाबी, हिन्दी भाषी, राजस्थानी, गुजरती, मराठी, देसी, विदेशी आदि
- ऊँचा, नीचा, गहरा, उथला, दांये, बाये, बीच में, किनारे, भीतर, बाहर आदि।
जैसे:-
- ऊँचा पहाड़ देखो।
8. दिशा बोधक(Adjective of Directions):-
- उत्तरी, दक्षिणी पूर्वी, पश्चिमी, उत्तर-पूर्व, उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण -पूर्व, दक्षिण -पश्चिम आदि।
स्वाद बताने वाले
- स्वाद बताने वाले
मीठा, खट्टा, कड़वा, तीखा आदि
जैसे:-
- मीठा आम खाओ। |
नोट:-
- गुण वाचक विशेषण में सा शब्द जोड़ कर गुणों को सिमित किया जा सकता है।
जैसे:-
- मोटा-सा आदमी
- छोटा सा बालक
- लम्बा सा पेड़
- बड़ा सा पत्थर
- चाँद सा चेहरा
- फुल सा कोमल
- लोहा सा मजबूत
- कोयला सा काला
- दूध सा गोरा
- बर्फ सा पानी
गुणवाचक विशेषण के उदाहरण
- सीता अच्छी लड़की है।
- लाल गुलाब सुंदर है।
- गीता सुन्दर वस्त्र धारण किये हुए है।
- कोयल मीठी गीत का रही है।
- गोपी मीठा सा आम खा रही है।
- रोहन तेज दौड़ रहा है।
- गोल मेज़ खरीदो।
- गीला कपड़ा सुखाओ।
- सुगंधित फूल लाओ।
गुणवाचक विशेषण के 5 प्रमुख नियम
1. लिंग-अनुसार परिवर्तन:
- पुल्लिंग: अच्छा लड़का
- स्त्रीलिंग: अच्छी लड़की
2. वचन-अनुसार परिवर्तन:
- एकवचन: बड़ा घर
- बहुवचन: बड़े घर
3. कर्ता कारक में परिवर्तन:
- राम अच्छा है (कर्ता कारक)
- राम को अच्छा लगता है (कर्म कारक)
4. विशेषण-संज्ञा अनुसार:
- “गर्म दूध” (सही)
- “दूध गर्म” (गलत)
5. तुलनात्मक रूप:
- मूल: लंबा → तुलना: अजय से लंबा → श्रेष्ठता: सबसे लंबा
अभ्यास हेतु 5 वाक्य
- काली बिल्ली दूध पीती है। (काली = रंग)
- टेढ़ी सड़क दुर्घटनाग्रस्त है। (टेढ़ी = आकार)
- कड़वी कॉफी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। (कड़वी = स्वाद)
- दयालु राजा ने कर माफ़ किया। (दयालु = स्वभाव)
- नमकीन पानी पीने योग्य नहीं होता। (नमकीन = स्वाद)
संख्यावाचक विशेषण का सम्पूर्ण गाइड
निष्कर्ष
- गुणवाचक विशेषण हिंदी व्याकरण का वह आधार है जो भाषा को सजीव और स्पष्ट बनाता है।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए: “प्रतिदिन 5 वाक्य बनाएँ – गुणवाचक विशेषण की पहचान में बन जाएँगे माहिर!
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