12 June 2025
गयासुद्दीन बलबन

बलबन का इतिहास: जीवन, शासन व्यवस्था और विरासत | Balban History in Hindi  

  • गयासुद्दीन बलबन: दिल्ली सल्तनत का लौह सुल्तान

Home > भारतीय इतिहास

बलबन: एक संक्षिप्त परिचय

  • गयासुद्दीन बलबन (1200-1287 ई.) दिल्ली सल्तनत में गुलाम वंश का नवाँ सुल्तान था।
  • वह पहले इल्तुतमिश का गुलाम था, फिर नसीरुद्दीन महमूद का वजीर बना और अंततः 1266 में सुल्तान बना।
  • बलबन चालीसा दल का सदस्य था
  • इसने चालीसा दल को समाप्त कर दिया
  • बलबन ईरान का निवासी था
  • इसने ईरानी परम्परा को लागू किया
  • इसने नौरोज परम्परा शुरू किया
  • सिजदा परम्परा शुरूकिया
  • पैबोस(पैर चूमना) परम्परा शुरू किया
  • इसने सुल्तान को ईश्वर का प्रतिनिधि बताया
  • बलबन को उलूकखान की उपाधि दी गयी
  • इसने रक्त और लोह की नीति आरम्भ किया
  • उसने ‘लौह एवं रक्त’ की नीति से शासन किया और सुल्तान की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित किया।

बलबन का प्रारंभिक जीवन

जन्म: 1200 ई. (इल्बरी तुर्क जनजाति में)
मूल नाम: बहाउद्दीन
गुलामी से उदय: इल्तुतमिश ने उसे खरीदा और ‘बलबन’ नाम दिया
पुत्र महमूद
प्रथा सिजदा और  पाबोस
मृत्यु 1287

बलबन का शासनकाल (1266-1287)

  • बलबन ने 12 66ई. में गद्दी पर बैठा
  • 1287 ई. में इसकी मृत्यु हो गई

बलबन की प्रमुख चुनौतियाँ:

मंगोल आक्रमण:

  • 1279 और 1285 में मंगोलों के आक्रमण का दमन किया
  • 1285ई. में मंगोलों से युद्ध में इसके पुत्र महमूद की मृत्यु हो गई

अमीरों का विद्रोह:

  • इसने तुर्क अमीरों के विरोध को कुचला
  • इसने ‘सिजदा‘ और ‘पाबोस‘ प्रथा लागू कर शाही प्रतिष्ठा बढ़ाई

सिजदा

  • शासक के पैर पर माथा टेकना

पाबोस

  • शासक के पैर को चूमना

डाकुओं एवं विद्रोहियों का दमन:

  • मेवात, कटेहर और दोआब क्षेत्र में कठोर कार्रवाई
  • इसने ‘बाजार नियंत्रण व्यवस्था’ लागू किया

बलबन का प्रशासनिक सुधार:

केंद्रीकृत शासन:

  • इसने ‘दीवान-ए-अर्ज़’ (सैन्य विभाग) को पुनर्गठित किया
  • इसने जासूस नेटवर्क स्थापित किया

सैन्य सुधार:

  • इसने सैनिकों की सीधी भर्ती किया
  • इसने सीमा क्षेत्रों में किलों का निर्माण करवाया

न्याय व्यवस्था:

  • इसने कठोर दंड व्यवस्था लागू किया
  • इसने ‘रक्त एवं लौह‘ की नीति अपनाया

निष्कर्ष

  • बलबन ने दिल्ली सल्तनत को आंतरिक अशांति और बाहरी आक्रमणों से बचाया।
  • उसके कठोर शासन ने सुल्तान की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित किया, लेकिन उसकी नीतियों ने अमीर वर्ग में असंतोष पैदा किया।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में बलबन से संबंधित प्रश्न अक्सर दिल्ली सल्तनत के संदर्भ में पूछे जाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!