12 June 2025
हुमायूँ का इतिहास:

हुमायूँ का इतिहास: जीवन, युद्ध, पतन और पुनः स्थापना | Humayun History in Hindi  

हुमायूँ: मुग़ल साम्राज्य का द्वितीय सम्राट (एक विस्तृत विश्लेषण)

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हुमायूँ का प्रारंभिक जीवन

जन्म: 6 मार्च 1508 ई. काबुल (अफ़गानिस्तान)
माता: महम बेगम
पिता: बाबर
शिक्षा: फ़ारसी, तुर्की, अरबी, गणित, धर्म और युद्ध कला में निपुण
पुत्र अकबर
मृत्यु 1556

हुमायूँ: परिचय

  • हुमायूँ का पूरा नाम नसीरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ था।
  • यह मुग़ल साम्राज्य का दूसरा शासक था।
  • जिसने 1530 से 1540 और फिर 1555 से 1556 तक शासन किया।
  • वह बाबर का पुत्र और अकबर का पिता था।
  • यह ज्योतिष में विश्वास रखता था इसलिए वह सप्ताह के सातों दिनों में सात रंग के वस्त्र धारण करता था
  • उसका शासनकाल संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उसने मुग़ल साम्राज्य की नींव को मजबूत किया।
  • इसने 1530ई. में बाबर की मृत्यु के बाद हुमायूँ ने मुग़ल साम्राज्य की बागडोर संभाली।
  • हुमायूँ की बहन गुलबदन बेगम ने हुमायूँनामा की रचना की

हुमायूँ का शासनकाल

इनका शासनकाल दो वर्गो में विभाजित है

  • 1530ई. से 1540ई. तक (1540 शेरशाह सूरी से हार के साथ समाप्त)
  • 1555 ई. से 1556ई. तक (1555ई. में सिकन्दर सूरी को हराकर पुन: दिल्ली सत्ता प्राप्त की)

प्रमुख युद्ध:

देवरा का युद्ध:

  • 1531ई. में  गुजरात के शासक बहादुर शाह के खिलाफ लड़ा गया।

चौसा का युद्ध:

  • 1539ई. में शेरशाह सूरी और हुमायूँ के बीच हुआ
  • इस युद्ध में शेरशाह की विजय हुई, जिसके बाद हुमायूँ को भागना पड़ा।

कन्नौज का युद्ध:

  • 1540ई. में हुमायूँ  शेरशाह सूरी से दूसरी बार भी हार गया, जिसके कारण मुग़ल साम्राज्य का पतन हो गया

15 वर्ष का निर्वासन

  • हुमायूँ 1540 ई. से 1555 ई तक निर्वासन का जीवन व्यतीत किया
  • हुमायूँ ने फ़ारस के शाह तहमास्प की मदद से पुनः सत्ता प्राप्त की।

सरहिंद का युद्ध:

  • 1555ई. में हुमायूँ ने शेरशाह सूरी के पुत्र सिकंदर सूरी को हराकर दिल्ली पर पुनः अधिकार किया।

हुमायूँ की मृत्यु (1556)

कारण:

  • दीनपनाह पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरकर चोट लग गई और मृत्यु हो गई

उत्तराधिकारी:

  • इसकी मृत्यु के बाद अकबर को 13 वर्ष की आयु में बैरम खान की संरक्षण में गद्दी पर बैठाया  गया

हुमायूँ का इतिहास में महत्व

  • इसने मुग़ल साम्राज्य को पुनर्जीवित किया, जिस पर अकबर ने विस्तार किया।
  • फ़ारसी संस्कृति का प्रभाव बढ़ाया।

हुमायूँ का मकबरा

  • इनकी पत्नी हमीदा बानो बेगम ने  दिल्ली में मकबरा बनवाया, जो मुग़ल वास्तुकला का प्रारंभिक उदाहरण है।

निष्कर्ष

  • हुमायूँ का शासनकाल संघर्षों से भरा था, लेकिन उसने मुग़ल साम्राज्य को पुनः स्थापित किया।
  • उसकी नीतियों और युद्धों ने अकबर के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में हुमायूँ से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं, इसलिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है।

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