शाहजहाँ: मुग़ल साम्राज्य का शिल्पकार सम्राट (विस्तृत विश्लेषण)
जन्म: | 5 जनवरी 1592, लाहौर (वर्तमान पाकिस्तान) |
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माता: | जगत गोसाईं |
पिता: | जहाँगीर |
शिक्षा: | फ़ारसी, तुर्की, अरबी, युद्ध कला और कविता में निपुण |
पत्नी | मुमताज |
पुत्र | औरंगजेब |
शासनकाल | 1628ई. से 1658ई. तक |
मृत्यु | 22 जनवरी 1666 |
शाहजहाँ: एक संक्षिप्त परिचय
- शाहजहाँ (पूरा नाम: शहाब-उद-दीन मुहम्मद खुर्रम) मुग़ल साम्राज्य का पाँचवा शासक था,
- जिसने 1628 से 1658 तक शासन किया।
- वह जहाँगीर का पुत्र और औरंगज़ेब का पिता था।
- उसका शासनकाल मुग़ल वास्तुकला के स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है।
प्रमुख युद्ध
प्रारंभिक सैन्य अभियान:
- 1617 में मेवाड़ के खिलाफ सफल अभियान
दक्कन अभियान:
- इसने अहमदनगर को पूर्ण रूप से मुग़ल साम्राज्य में मिलाया
कंधार का युद्ध:
- इसने फारस के सफ़वी शासकों से कंधार छीनने का असफल प्रयास किया
बंगाल विद्रोह:
- 1632ई. में पुर्तगालियों के खिलाफ सफल सैन्य अभियान किया
प्रशासनिक और आर्थिक नीतियाँ:
न्याय व्यवस्था:
- इसने “आदल-ए-शाहजहाँनी” नामक न्याय प्रणाली स्थापित की
कृषि सुधार:
- इसने भूमि राजस्व प्रणाली में सुधार किया
व्यापार को बढ़ावा:
- इसने यूरोपीय व्यापारिक कंपनियों के साथ संबंध स्थापित किए
वास्तुकला में योगदान:
ताजमहल:
- इसने आगरा में अपनी पत्नी मुमताज की याद में ताज महल का निर्माण करवाया
लाल किला:
- इसने दिल्ली में लाल किलें का निर्माण करवाया
जामा मस्जिद:
- इसने दिल्ली की सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद का निर्माण करवाया
मोती मस्जिद:
- इसने आगरा किले के भीतर सफेद संगमरमर की मस्जिद (मोती मस्जिद ) का निर्माण करवाया
निष्कर्ष
- शाहजहाँ का शासनकाल मुग़ल साम्राज्य के सांस्कृतिक और कलात्मक विकास का चरमोत्कर्ष था।
- उसके द्वारा निर्मित भव्य स्मारक आज भी भारत की शान हैं।
- हालाँकि उसके अंतिम वर्ष उसके पुत्र औरंगज़ेब द्वारा कैद किए जाने और एकाकीपन में बिताए गए।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में शाहजहाँ से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं, विशेष रूप से उसकी वास्तुकला के संदर्भ में।