25 June 2025
बिम्बिसार

बिम्बिसार का इतिहास: मगध साम्राज्य का विस्तार और बुद्ध से संबंध | Bimbisara History in Hindi

बिम्बिसार: मगध साम्राज्य के संस्थापक और बुद्ध के समकालीन

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बिम्बिसार

जन्म 558 ई.पू. (अनुमानित)
वंश हर्यक वंश
पिता भट्टिय (बोधि)
सत्ता प्राप्ति 543 ई.पू. में (15 वर्ष की आयु में)
राज्याभिषेक राजगृह में
पुत्र अजातशत्रु (उत्तराधिकारी)
शासनकाल 543 ई.पू. से 491 ई.पू. तक
मृत्यु 491 ई.पू. मेंअजातशत्रु द्वारा कारागार में हत्या

बिम्बिसार: परिचय

  • बिम्बिसार (543-491 ई.पू.) प्राचीन भारत के मगध साम्राज्य का प्रथम शक्तिशाली शासक था।
  • हर्यक वंश से संबंधित बिम्बिसार ने राजगृह (वर्तमान राजगीर) को अपनी राजधानी बनाया और मगध को एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में स्थापित किया।
  • वह महात्मा बुद्ध का समकालीन और संरक्षक था।

साम्राज्य विस्तार

  • वैवाहिक गठबंधन नीति
  • सैन्य विजय
  • बौद्ध धर्म से संबंध

वैवाहिक गठबंधन नीति

  • कोशल नरेश की पुत्री महाकोशला से विवाह (काशी दहेज में मिला)
  • लिच्छवि राजकुमारी चेल्लना से विवाह
  • मद्र देश की राजकुमारी क्षेमा से विवाह

सैन्य विजय

  • अंग राज्य पर विजय (चम्पा पर अधिकार)
  • वैशाली के निकट क्षेत्रों पर नियंत्रण

बौद्ध धर्म से संबंध

  • गौतम बुद्ध का मित्र और संरक्षक
  • बुद्ध को राजगृह में वेणुवन उद्यान दान दिया
  • बौद्ध संघ को राजकीय संरक्षण

प्रशासनिक सुधार

  • प्रशासनिक व्यवस्था
  • सुसंगठित मंत्रिपरिषद
  • ग्राम प्रशासन को सुदृढ़ बनाया

आर्थिक सुधार

  • व्यापार मार्गों का विकास
  •  कृषि उत्पादन में वृद्धि

राजगृह की स्थापना

  • पाँच पहाड़ियों से घिरे स्थान पर निर्मित
  • प्राकृतिक सुरक्षा व्यवस्था
  • जलापूर्ति के लिए कृत्रिम झीलों का निर्माण

पारिवारिक जीवन और मृत्यु

  • पुत्र:⇒ अजातशत्रु (उत्तराधिकारी)
  • मृत्यु:⇒ 491 ई.पू. (अजातशत्रु द्वारा कारागार में हत्या)
  • शासनकाल:⇒ 52 वर्ष (दीर्घकालीन शासन)

ऐतिहासिक स्रोत

  • बौद्ध ग्रंथ: महावंश, दीपवंश
  • जैन ग्रंथ: भगवती सूत्र
  • यूनानी लेखकों के विवरण

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

  • शासनकाल:⇒ 543-491 ई.पू.
  • राजधानी:⇒ राजगृह (गिरिव्रज)
  • समकालीन:⇒ महावीर (599-527 ई.पू.) और बुद्ध (563-483 ई.पू.)
  • विशेषता:⇒ वैवाहिक गठबंधनों द्वारा साम्राज्य विस्तार

बिम्बिसार का ऐतिहासिक महत्व

  • मगध को प्रथम महान साम्राज्य बनाया
  • प्रशासनिक व्यवस्था को सुसंगठित किया
  • बौद्ध धर्म के प्रारंभिक संरक्षक
  • भारतीय राजनीति में वैवाहिक गठबंधन नीति का प्रारंभ

निष्कर्ष

  • बिम्बिसार ने अपने दीर्घ शासनकाल में मगध साम्राज्य को अखिल भारतीय शक्ति के रूप में स्थापित किया।
  • इसकी नीतियाँ और प्रशासनिक सुधार बाद के शासकों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध हुए।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर उसके शासनकाल और बौद्ध धर्म से संबंध पर प्रश्न पूछे जाते हैं।

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