- मोहम्मद गौरी: भारत में तुर्क शासन का संस्थापक
मोहम्मद गौरी: एक संक्षिप्त परिचय**
- मोहम्मद गौरी का मूल नाम: शहाब-उद-दीन मोहम्मद गोरी था
- ये 12वीं सदी का एक तुर्क शासक था
- इसने भारत में मुस्लिम शासन की स्थापना की
- वह गोर साम्राज्य (वर्तमान अफगानिस्तान) का शासक था
- इसने 1173ई. से 1206ई. तक शासन किया।
जन्म: | 1149 ई. गोर, अफगानिस्तान |
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वास्तविक नाम: | शहाब-उद-दीन मोहम्मद |
परिवार: | गोर वंश के शासक गियास-उद-दीन का छोटा भाई |
उत्तराधिकार: | 1173 में अपने भाई से गोर की सत्ता प्राप्त की |
भारत पर आक्रमण
प्रमुख युद्ध:
तराइन का पहला युद्ध
- तराइन का पहला युद्ध 1191ई.में मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ
- इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की जीत हुई और गौरी गंभीर रूप से घायल हुआ
तराइन का दूसरा युद्ध (1192):**
- तराइन का दूसरा युद्ध 1192ई.में मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ
- इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की हार हुई
- इसने दिल्ली और अजमेर पर अधिकार कर लिया
चंदावर का युद्ध
- चन्दावर का युद्ध 1194 ई.में मोहम्मद गौरी और कन्नौज के राजा जयचंद के बीच हुआ
- इस युद्ध में गौरी ने कन्नौज के राजा जयचंद को हराया
प्रमुख विजय:
- गुजरात (1178)
- मुल्तान और उच्छ (1175-1176)
- पंजाब (1186)
- बंगाल (1202-1204)
प्रशासनिक व्यवस्था
प्रतिनिधि शासन:
- कुतुबुद्दीन ऐबक को भारत का प्रतिनिधि नियुक्त किया
सैन्य व्यवस्था:
- घुड़सवार सेना को मजबूत बनाया
धार्मिक नीति:
- इस्लाम के प्रसार को प्रोत्साहन दिया
मृत्यु और विरासत
मृत्यु:
- 15 मार्च 1206 (पंजाब में हत्या)
उत्तराधिकारी:
- कुतुबुद्दीन ऐबक (दिल्ली सल्तनत की स्थापना)
निष्कर्ष
- मोहम्मद गौरी ने भारत में मुस्लिम शासन की नींव रखी।
- उसकी विजयों ने दिल्ली सल्तनत के उदय का मार्ग प्रशस्त किया।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में मोहम्मद गौरी से संबंधित प्रश्न अक्सर मध्यकालीन भारत के संदर्भ में पूछे जाते हैं।