27 July 2025
इल्तुतमिश का इतिहास

इल्तुतमिश का इतिहास: जीवन, शासनकाल और उपलब्धियाँ | Iltutmish History in Hindi

  • इल्तुतमिश: दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक

Home

इल्तुतमिश: एक संक्षिप्त परिचय

  • इसका पूरा नाम शम्स-उद-दीन इल्तुतमिश था
  • इसका शासनकाल 1211 ई.से 1236 ई. तक रहा
  • यह दिल्ली सल्तनत में गुलाम वंश का तीसरा और सबसे सफल शासक था।
  • उसे दिल्ली सल्तनत का ‘वास्तविक संस्थापक’ माना जाता है क्योंकि उसने मोहम्मद गौरी और कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा जीते गए क्षेत्रों को एक सुसंगठित साम्राज्य में बदल दिया।

प्रारंभिक जीवन

जन्म: 1210 ई.
मूल नाम: शम्स-उद-दीन
गुलामी से उदय: कुतुबुद्दीन ऐबक ने उसे खरीदा
पद यात्रा: बदायूँ का गवर्नर
शासनकाल (1211-1236)

इल्तुतमिश की प्रमुख उपलब्धियाँ

  • राजनीतिक सफलताएँ
  • प्रशासनिक सुधार
  • वास्तुकला में योगदान

राजनीतिक सफलताएँ:

  • इसने रजिया सुल्तान को उत्तराधिकारी घोषित किया (भारत की पहली महिला शासक)
  • इसने चालीसा दल (तुर्कान-ए-चिहालगानी) का गठन किया
  • इसने मंगोल आक्रमणकारी चंगेज खान को भारत में प्रवेश से रोका

चालीसा दल (तुर्कान-ए-चिहालगानी)

  • चालीस शक्तिशाली तुर्क अमीरों का समूह
  • ये सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्य करते थे

प्रशासनिक सुधार:

सिक्का व्यवस्था:

  • इसने चाँदी का ‘टंका’ और ताँबा का ‘जीतल’ सिक्के प्रचलित किए

इक्ता प्रणाली:

  • इसने भू-राजस्व वितरण की नई व्यवस्था (इक्ता प्रणाली) की शुरुआत किया

केंद्रीकृत शासन:

  • इसने केंद्रीकृत शासन प्रणाली ला कर सुल्तान की सत्ता को मजबूत बनाया

वास्तुकला में योगदान

कुतुबमीनार:

  • इसने कुतुबमीनार का निर्माण पूरा करवाया (कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा शुरू किया गया था)

सुल्तानगढ़ी का मकबरा

  • इसने दिल्ली में सुल्तानगढ़ी का मकबरा (भारत का पहला इस्लामिक मकबरा) बनवाया

निष्कर्ष

  • इल्तुतमिश ने दिल्ली सल्तनत को एक संगठित साम्राज्य में बदल दिया।
  • उसकी प्रशासनिक सुधारों और सैन्य सफलताओं ने भारत में तुर्क शासन को मजबूत आधार प्रदान किया।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में इल्तुतमिश से संबंधित प्रश्न अक्सर दिल्ली सल्तनत के संदर्भ में पूछे जाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!