चन्द्रगुप्त मौर्य: भारत के प्रथम सम्राट और मौर्य साम्राज्य के संस्थापक
जन्म | 340 ई.पू. |
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जन्मस्थान | पिप्पलिवन (वर्तमान बिहार) |
माता | मुरा (एक शूद्र महिला) |
गुरु | चाणक्य (कौटिल्य) |
सत्ता प्राप्ति | 322 ई.पू. में नंद वंश को पराजित कर |
मृत्यु | 298 ई.पू.(श्रवणबेलगोला (कर्नाटक)) |
चन्द्रगुप्त मौर्य: एक परिचय
- चन्द्रगुप्त मौर्य प्राचीन भारत के सबसे महान सम्राटों में से एक थे जिन्होंने 322 ई.पू. में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की।
- चाणक्य (कौटिल्य) के मार्गदर्शन में उन्होंने नंद वंश का अंत करके एक विशाल साम्राज्य खड़ा किया।
मौर्य साम्राज्य की स्थापना
- 322 ई.पू. में पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) को राजधानी बनाया
- सेल्यूकस निकेटर को 305 ई.पू. में पराजित किया
- विवाह: सेल्यूकस की पुत्री हेलन से
साम्राज्य विस्तार
- उत्तर:⇒ हिमालय तक
- पश्चिम:⇒ अफगानिस्तान तक
- पूर्व:⇒ बंगाल तक
- दक्षिण:⇒ कर्नाटक तक
प्रशासनिक व्यवस्था
- केंद्रीकृत शासन प्रणाली
- आर्थिक व्यवस्था
- धार्मिक नीति
केंद्रीकृत शासन प्रणाली
- 6 समितियाँ और 30 सदस्यों वाली मंत्रिपरिषद
- गुप्तचर व्यवस्था (स्पाई नेटवर्क)
- नगर प्रशासन: “नगरक” अधिकारी
आर्थिक व्यवस्था
- कृषि पर विशेष ध्यान
- सिंचाई व्यवस्था का विकास
- व्यापार मार्गों का विस्तार
धार्मिक नीति
- प्रारंभ में हिन्दू धर्म
- अंतिम समय में जैन धर्म अपनाया
- जैन मुनि भद्रबाहु के साथ श्रवणबेलगोला चले गए
मृत्यु
- मृत्यु: 298 ई.पू. (संथारा द्वारा)
- मृत्यु स्थल: श्रवणबेलगोला (कर्नाटक)
उत्तराधिकार
- उत्तराधिकारी: बिंदुसार
ऐतिहासिक स्रोत
- मेगस्थनीज का “इंडिका”
- विशाखदत्त का “मुद्राराक्षस”
- जैन और बौद्ध ग्रंथ
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
- शासनकाल:⇒ 322-298 ई.पू.
- राजधानी:⇒ पाटलिपुत्र
- प्रमुख युद्ध:⇒ सेल्यूकस के साथ (305 ई.पू.)
- मौर्य साम्राज्य का क्षेत्रफल: 50 लाख वर्ग किमी
चन्द्रगुप्त मौर्य का ऐतिहासिक महत्व
- भारत को पहला एकीकृत साम्राज्य दिया
- विदेशी आक्रमणकारियों को पराजित किया
- कुशल प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की
- भारतीय इतिहास में स्वर्ण युग का सूत्रपात किया
निष्कर्ष
- चन्द्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य के मार्गदर्शन में भारत को एक सशक्त साम्राज्य दिया।
- उनकी प्रशासनिक व्यवस्था और सैन्य संगठन आज भी प्रशंसनीय है।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर उनके शासनकाल और साम्राज्य विस्तार पर प्रश्न पूछे जाते हैं।