29 July 2025
चन्द्रगुप्त मौर्य

चन्द्रगुप्त मौर्य का इतिहास: जीवन, साम्राज्य और चाणक्य का मार्गदर्शन | Chandragupta Maurya History in Hindi

चन्द्रगुप्त मौर्य: भारत के प्रथम सम्राट और मौर्य साम्राज्य के संस्थापक

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चन्द्रगुप्त मौर्य

जन्म 340 ई.पू.
जन्मस्थान पिप्पलिवन (वर्तमान बिहार)
माता मुरा (एक शूद्र महिला)
गुरु चाणक्य (कौटिल्य)
सत्ता प्राप्ति 322 ई.पू. में नंद वंश को पराजित कर
मृत्यु 298 ई.पू.(श्रवणबेलगोला (कर्नाटक))

चन्द्रगुप्त मौर्य: एक परिचय

  • चन्द्रगुप्त मौर्य प्राचीन भारत के सबसे महान सम्राटों में से एक थे जिन्होंने 322 ई.पू. में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की।
  • चाणक्य (कौटिल्य) के मार्गदर्शन में उन्होंने नंद वंश का अंत करके एक विशाल साम्राज्य खड़ा किया।

मौर्य साम्राज्य की स्थापना

  • 322 ई.पू. में पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) को राजधानी बनाया
  • सेल्यूकस निकेटर को 305 ई.पू. में पराजित किया
  • विवाह: सेल्यूकस की पुत्री हेलन से

साम्राज्य विस्तार

  • उत्तर:⇒ हिमालय तक
  • पश्चिम:⇒ अफगानिस्तान तक
  • पूर्व:⇒ बंगाल तक
  • दक्षिण:⇒ कर्नाटक तक

प्रशासनिक व्यवस्था

  • केंद्रीकृत शासन प्रणाली
  • आर्थिक व्यवस्था
  • धार्मिक नीति

केंद्रीकृत शासन प्रणाली

  • 6 समितियाँ और 30 सदस्यों वाली मंत्रिपरिषद
  • गुप्तचर व्यवस्था (स्पाई नेटवर्क)
  • नगर प्रशासन: “नगरक” अधिकारी

आर्थिक व्यवस्था

  • कृषि पर विशेष ध्यान
  • सिंचाई व्यवस्था का विकास
  • व्यापार मार्गों का विस्तार

धार्मिक नीति

  • प्रारंभ में हिन्दू धर्म
  • अंतिम समय में जैन धर्म अपनाया
  • जैन मुनि भद्रबाहु के साथ श्रवणबेलगोला चले गए

मृत्यु

  • मृत्यु: 298 ई.पू. (संथारा द्वारा)
  • मृत्यु स्थल: श्रवणबेलगोला (कर्नाटक)

उत्तराधिकार

  • उत्तराधिकारी: बिंदुसार

ऐतिहासिक स्रोत

  • मेगस्थनीज का “इंडिका”
  • विशाखदत्त का “मुद्राराक्षस”
  • जैन और बौद्ध ग्रंथ

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

  • शासनकाल:⇒ 322-298 ई.पू.
  • राजधानी:⇒ पाटलिपुत्र
  • प्रमुख युद्ध:⇒ सेल्यूकस के साथ (305 ई.पू.)
  • मौर्य साम्राज्य का क्षेत्रफल: 50 लाख वर्ग किमी

चन्द्रगुप्त मौर्य का ऐतिहासिक महत्व

  • भारत को पहला एकीकृत साम्राज्य दिया
  • विदेशी आक्रमणकारियों को पराजित किया
  • कुशल प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की
  • भारतीय इतिहास में स्वर्ण युग का सूत्रपात किया

निष्कर्ष

  • चन्द्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य के मार्गदर्शन में भारत को एक सशक्त साम्राज्य दिया।
  • उनकी प्रशासनिक व्यवस्था और सैन्य संगठन आज भी प्रशंसनीय है।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर उनके शासनकाल और साम्राज्य विस्तार पर प्रश्न पूछे जाते हैं।

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