- शेरशाह सूरी: भारत का महान प्रशासक और सड़क निर्माता
जन्म | 1486 ई. (सासाराम, बिहार) |
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पिता | हसन खाँ (सासाराम का जागीरदार) |
उपनाम | शेर खाँ |
सत्ता प्राप्ति | 1540 ई. में हुमायूँ को पराजित कर |
शासनकाल | 1540-1545 ई. |
मुद्रा सुधार | रुपया-दाम प्रणाली |
शेरशाह सूरी: परिचय
- शेरशाह सूरी (1540-1545 ई.) एक कुशल प्रशासक और सैन्य रणनीतिकार था जिसने मात्र 5 वर्ष के शासनकाल में भारत में क्रांतिकारी परिवर्तन किए।
- उसका वास्तविक नाम फरीद खाँ था और उसने मुगल सम्राट हुमायूँ को पराजित कर सूर वंश की स्थापना की।
प्रमुख सैन्य विजयें
हुमायूँ को पराजित करना
- चौसा का युद्ध (1539 ई.)
- कन्नौज (बिलग्राम) का युद्ध (1540 ई.)
- हुमायूँ को भारत छोड़ने पर मजबूर किया
राजपूतों के विरुद्ध अभियान
- मारवाड़ विजय (1544 ई.)
- कालिंजर अभियान (1545 ई.) – इसी के दौरान उसकी मृत्यु
प्रशासनिक सुधार
- भू-राजस्व व्यवस्था
- सैन्य प्रबंधन
- मुद्रा व्यवस्था
भू-राजस्व व्यवस्था
- रैयतवाड़ी प्रणाली लागू की
- पैदावार का 1/3 भाग कर के रूप में
- पट्टा (किसान को) और कबूलियत (सरकार को) दस्तावेज
सैन्य प्रबंधन
- घुड़सवार सेना का पुनर्गठन
- सैनिकों की सीधी भर्ती
- किलों का जीर्णोद्धार
मुद्रा व्यवस्था
- शुद्ध चाँदी के “रुपया“
- ताँबे के “दाम” चलाए
- सोने के “मोहर” की शुरुआत
अवसंरचना विकास
- ग्रैंड ट्रंक रोड
- डाक व्यवस्था
ग्रैंड ट्रंक रोड
- सोनारगाँव (बंगाल) से पेशावर तक
- लंबाई: 2500 किमी
- सरायों का निर्माण (हर 2 कोस पर)
डाक व्यवस्था
- घुड़सवार डाक सेवा
- सूचना तंत्र में क्रांति
मृत्यु और विरासत
- मृत्यु:⇒ 22 मई 1545 ई. (कालिंजर किले में बारूद विस्फोट)
- मकबरा:⇒ सासाराम (बिहार) – भारतीय स्थापत्य का उत्कृष्ट नमूना
- उत्तराधिकारी:⇒ इस्लाम शाह सूरी
ऐतिहासिक महत्व
- अकबर के प्रशासनिक ढाँचे की नींव रखी
- निष्पक्ष न्याय व्यवस्था स्थापित की
- प्रथम अफगान शासक जिसने पूरे उत्तर भारत पर शासन किया
विषय | जानकारी |
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शासनकाल | 1540-1545 ई. |
राजधानी | सासाराम → दिल्ली |
मुद्रा सुधार | रुपया-दाम प्रणाली |
प्रमुख निर्माण |
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उपाधियाँ |
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निष्कर्ष
- शेरशाह सूरी ने अपने संक्षिप्त शासनकाल में भारत के प्रशासनिक इतिहास में अमिट छाप छोड़ी।
- उसकी भू-राजस्व व्यवस्था और सड़क नेटवर्क आधुनिक भारत की नींव बना।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर उसके सुधारों और ग्रैंड ट्रंक रोड पर प्रश्न पूछे जाते हैं।