- प्रेरणार्थक क्रिया: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सम्पूर्ण गाइड
प्रेरणार्थक क्रिया क्या है?
- प्रेरणार्थक क्रिया हिंदी व्याकरण का मौलिक अंग है जिसमें कर्ता स्वयं कार्य न करके किसी अन्य को कार्य करने की प्रेरणा देता है।
- यह क्रिया दो प्रकार के संबंध दर्शाती है:
- कर्ता और क्रिया के बीच प्रेरणा संबंध
- प्रेरक (जो प्रेरणा दे) और प्रेरित (जो कार्य करे) के बीच संबंध
मुख्य विशेषताएँ:
- क्रिया में “ना”, “आना”, “वाना” प्रत्यय जुड़ते हैं
- वाक्य में दो कर्ता होते हैं: प्रेरक और प्रेरित
उदाहरण:
- “मोहन ने सोहन से पत्र लिखवाया”
प्रेरणार्थक क्रिया का निर्माण
मूल क्रिया | प्रेरणार्थक क्रिया | उदाहरण |
---|---|---|
पढ़ना | पढ़ाना | शिक्षक विद्यार्थी से पढ़ाता है |
लिखना | लिखवाना | अधिकारी ने लिपिक से रिपोर्ट लिखवाई |
बैठना | बिठाना | माँ ने बच्चे को कुर्सी पर बिठाया |
खाना | खिलाना | माँ बच्चे को खाना खिलाती है |
2. प्रत्यय जोड़ने की विधि
- “ना” जोड़कर: खा + ना = खिलाना
- “आना” जोड़कर: पढ़ + आना = पढ़ाना
- “वाना” जोड़कर: लिख + वाना = लिखवाना
प्रेरणार्थक क्रिया के प्रकार
1. प्रथम प्रेरणार्थक
- जब मूल क्रिया में सीधे प्रत्यय जोड़े जाते हैं:
उदाहरण:
- पढ़ना → पढ़ाना
- सुनना → सुनाना
- हँसना → हँसाना
2. द्वितीय प्रेरणार्थक
- जब प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया से फिर प्रेरणार्थक बनाया जाए:
उदाहरण:
- पढ़ाना → पढ़वाना
- लिखाना → लिखवाना
- बुलाना → बुलवाना
प्रेरक | प्रेरित | क्रिया | वाक्य |
---|---|---|---|
माँ | बच्चा | खिलाना | माँ बच्चे को खाना खिलाती है |
अध्यापक | छात्र | पढ़ाना | अध्यापक छात्रों को हिंदी पढ़ाते हैं |
अधिकारी | लिपिक | लिखवाना | अधिकारी ने लिपिक से पत्र लिखवाया |
मालिक | नौकर | साफ करवाना | मालिक ने नौकर से कमरा साफ करवाया |
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण नियम
1. कर्ता और कर्म में अंतर:
प्रेरक:-
- कार्य करने की प्रेरणा देने वाला
प्रेरित:-
- वास्तविक कार्य करने वाला
2. वाक्य संरचना:
- प्रेरक + ने + प्रेरित + से + प्रेरणार्थक क्रिया
उदाहरण:-
- राम ने श्याम से किताब पढ़वाई
3. क्रिया रूपान्तरण
- अकर्मक क्रियाएँ भी प्रेरणार्थक बन सकती हैं
उदाहरण:-
- “हँसना” (अकर्मक) → “हँसाना” (सकर्मक)
पिछले वर्षों के प्रश्न (हल सहित)
प्रश्न: “मोहन ने सोहन से पत्र लिखवाया” – इस वाक्य में प्रेरक कौन है?
UGC NET हिंदी (2023):
(a) मोहन
(b) सोहन
(c) पत्र
(d) लिखवाना
उत्तर: (a) मोहन
प्रश्न: “पढ़ाना’ किस क्रिया का प्रेरणार्थक रूप है?”
CTET हिंदी (2022):
(a) पढ़ना
(b) पढ़वाना
(c) पढ़ाई
(d) पढ़ौवाना
उत्तर: (a) पढ़ना
प्रश्न: “निम्न में कौन सी प्रेरणार्थक क्रिया है?”
TET हिंदी (2021)
(a) खाना
(b) पीना
(c) खिलाना
(d) सोना
उत्तर: (c) खिलाना
अभ्यास प्रश्नोत्तरी
- “बैठना” का प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए।
- “मैंने नौकर से कमरा साफ करवाया” – इस वाक्य में प्रेरित कौन है?
- “सुनाना” की मूल क्रिया बताएँ।
परीक्षा रणनीति और तैयारी टिप्स
पहचान का अभ्यास:
- क्रिया रूपों से प्रेरणार्थक क्रिया पहचानें
वाक्य संरचना समझें:
- प्रेरक-प्रेरित संबंध का विश्लेषण
रूपान्तरण याद करें:
- प्रमुख क्रियाओं के प्रेरणार्थक रूप कंठस्थ करें
त्रुटि स्पॉटिंग:
- वाक्य में कर्ता-कर्म अन्वय की जाँच
पिछले प्रश्नों का अभ्यास:
- परीक्षा पैटर्न समझने हेतु
विशेष सुझाव:
- डॉ. हरदेव बाहरी की पुस्तक “हिंदी व्याकरण” का अध्ययन करें।
प्रेरणार्थक क्रिया का व्यावहारिक प्रयोग
शैक्षिक संदर्भ में:
- शिक्षक छात्रों से प्रश्न हल करवाते हैं
- प्रधानाचार्य ने अध्यापकों से रिपोर्ट तैयार करवाई
प्रशासनिक संदर्भ में:
- मंत्री ने अधिकारियों से योजना बनवाई
- न्यायाधीश ने पुलिस से जाँच करवाई
पारिवारिक संदर्भ में:
- “माँ बच्चे से दूध पिलवाती है”
- “पिता ने पुत्र से कार धुलवाई”
साहित्यिक प्रयोग:
- “तुलसीदास ने हनुमान से रामायण लिखवाई” (किंवदंती)
- “अकबर ने बीरबल से पहेलियाँ सुलझवाईं”
गलत वाक्य | सही वाक्य | त्रुटि का प्रकार |
---|---|---|
मैंने उससे काम कराया | मैंने उससे काम करवाया | क्रिया रूप गलत |
शिक्षक ने छात्र पढ़ाया | शिक्षक ने छात्र से पढ़ाया | “से” का अभाव |
उसने मुझे पत्र लिखवाया | उसने मुझसे पत्र लिखवाया | “से” का गलत प्रयोग |
निष्कर्ष
- प्रेरणार्थक क्रिया हिंदी व्याकरण का अत्यंत महत्वपूर्ण घटक है जो भाषा को सामाजिक और प्रशासनिक संबंधों को व्यक्त करने की क्षमता प्रदान करती है।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में इस विषय से सम्बंधित प्रश्न अक्सर क्रिया पहचान, वाक्य संरचना और त्रुटि सुधार के रूप में पूछे जाते हैं।
- प्रेरणार्थक क्रिया के दोनों प्रकारों, उनके निर्माण नियमों और वाक्य प्रयोगों की गहन समझ परीक्षा में सफलता की कुंजी है।