विस्मय बोधक अव्यय की परिभाषा:-
- वह शब्द जो आशीर्वाद, अभिशाप, उत्साह, शोक, घृणा आदि का बोध कराये विस्मयदि बोधक शब्द कहलाते है।
- विस्मय बोधक अव्यय वे शब्द हैं जो व्यक्ति के मन में अचानक उत्पन्न होने वाली भावनाओं को प्रकट करते हैं।
- ये शब्द वाक्य के आरंभ में आते हैं तथा उनके बाद विस्मयादिबोधक चिह्न (!) का प्रयोग किया जाता है।
जैसे:-
- हे ! राम मुझपर कृपा करो
- वाह! कितना मनभावन मौसम है
- छी: कितनी गंदगी है यहाँ
विस्मयदि बोधक अव्यय के कार्य | Vismayadi Bodhak Avvaya ke Karya
- आशीर्वाद देना
- अभिशाप देना
- उत्साह प्रकट करना
- शोक प्रकट करना
- घृणा करना
- खुशी होना
विस्मयदि बोधक अव्यय शब्द | Vismayadi Bodhak Avvaya Shabd
- हे!
- ओह!
- अरे!
- आह!
- उफ़!
- वाह!
जैसे:-
- कितना सुन्दर पंक्षी है !
- अरे ! उसे क्या हो गया
- हे ! राम
विस्मय बोधक अव्यय के भेद
यह निम्नलिखित प्रकार के होते है।
- संबोधन बोधक
- हर्ष बोधक
- स्वीकृति बोधक/ अनुमोदन बोधक
- आशीर्वाद बोधक
- आश्चर्य बोधक
- शोक बोधक
- भय बोधक
- घृणा बोधक
- तिरस्कार बोधक
संबोधन वाचक:-
- ये अव्यय शब्द जो किसी व्यक्ति को संबोधित करने के लिए प्रयोग किये जाते है।
जैसे:-
- अरे!, ओ, सुनो आदि।
उदाहरण:-
- अरे! कितना दु:खद खबर है।
- ओ! कितना सुन्दर दृश्य है।
- सुनो! मैं आपको कुछ सुचना देना चाहता हूँ।
हर्ष वाचक:-
- ये अव्यय शब्द जो प्रसन्नता या खुशी का भाव प्रकट करते हैं।
जैसे:-
- वाह!, अहा!, ओह! आदि।
उदाहरण:-
- वाह! क्या सुंदर दृश्य है!
- वाह! क्या शानदार पेंटिंग किया!
- ओह! यह समाचार सुनकर बहुत खुशी हुई!
- अहा! सुबह का मौसम बहुत सुहावना लग रहा है!
स्वीकृति वाचक:-
- वे अव्यय जो स्वीकृति का भाव प्रकट करते हैं
जैसे:-
- हाँ!, अच्छा, अच्छा है, ठीक, ठीक है आदि
उदाहरण:-
- हाँ! मैं जो कह रहा हु वही सत्य है।
- आप ने ठीक! कहा।
- ठीक है! मै यहाँ से जा रहा हु।
- अच्छा! मैं आप की बात जरूर मानूंगा।
आशीर्वाद बोधक
- वे अव्यय जो आशीर्वाद का भाव प्रकट करते हैं
जैसे:-
- चिरंजीवी भव:!, लम्बी उम्र हो!, सुखी रहो आदि
उदाहरण:-
- चिरंजीवी भव! बेटा
- सदा सुखी रहो! पुत्र
- भगवान आपको निरोगी! बनाए
आश्चर्य वाचक:-
- वे अव्यय शब्द जो आश्चर्य का भाव प्रकट करते हैं,
जैसे:-
- क्या!, ओह!, ए! आदि
उदाहरण:-
- क्या! कुम्भ से स्नान करने जाओगे?
- ए! आप क्या कर रहे हो?
- ओह! यह इमारत बहुत आश्चर्यजनक है!
शोक वाचक:-
- वे अव्यय शब्द जो पीड़ा या दुख का भाव प्रकट करते हैं,
जैसे:-
- हाय!, ओह!, अरे! आदि
उदाहरण:-
- हाय! उसका सब बर्बाद हो गया
- अरे! यह कितना दुःख झेल रहा है?
- ओह! यह सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ!
भय वाचक:-
- वे अव्यय शब्द जो डर का भाव प्रकट करते हैं
जैसे:-
- कितना भयानक जंगल
- कितना विनाशकारी प्रलय
- शेर को देखकर गोपाल का ह्रदय डर से कापने लगा
घृणा वाचक:-
- वे अव्यय शब्द जो घृणा का भाव प्रकट करते हैं
जैसे:-
- छि!, धिक्!, हट!, बक! शर्म! आदि।
उदाहरण:-
- छि! कितना गन्दे हो।
- जल्द से जल्द हट! जाओ यहाँ से।
- तुम्हे शर्म! से डूब जाना चहिये।
तिरस्कार बोधक
- जब व्यक्ति का तिरस्कार किया जाये तो उसे तिरस्कार बोधक कहलाते है
जैसे:-
- धिक्कार!, तिरस्कार आदि।
उदाहरण:-
- धिक्कार! है तुम परीक्षा नही पास कर सके
- तुम! चुल्लू भर पानी में डूब जाओ
- मै तुम्हारा तिरस्कार! कर रहा हु
विस्मय बोधक अव्यय के महत्व:-
- यह भाषा में सजीवता प्रदानकरते है
- यह भाषा को भावपूर्ण बनाते है
- यह संवाद को सरल व प्रभावशाली बनाते है
उदाहरण:-
- वाह! कितना सुंदर गुलाब है!
- क्या! मै सच सुन रहा हु?
- छि! कितनी गंदगी है!
- हाय! मैं बर्बाद हो गया!
- हाँ! तुम IAS बन सकते हो।
विस्मय बोधक अव्यय निष्कर्ष:-
- यह भाषा के अभिन्न अंग हैं।
- इसके बिना भाषा निर्जीव सा लगता है
- यह भाषा को रसायुक्त बनाते है
Social Media Page
- MySmartExam Website के Official Social Media Page को जरूर Fallow करें।