वृद्धि संधि: परिभाषा, नियम और उदाहरण – हिंदी व्याकरण का संपूर्ण ज्ञान
- वृद्धि संधि हिंदी व्याकरण में स्वर संधि का महत्वपूर्ण प्रकार है जो प्रतियोगी परीक्षाओं (UPSC, SSC, राज्य PSCs, शिक्षक भर्ती) में अक्सर पूछा जाता है।
- जब अ/आ के साथ ए/ऐ या ओ/औ का मेल होता है और परिणामस्वरूप ऐ या औ बनता है, तो उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- आइए, इसके नियमों और उदाहरणों को विस्तार से समझें।
वृद्धि संधि की परिभाषा
- वृद्धि संधि में जब अ या आ के बाद ए, ऐ, ओ या औ आता है, तो उनके मेल से क्रमशः ऐ या औ बन जाता है।
- यह संस्कृत व्याकरण पर आधारित है और हिंदी में भी प्रचलित है।
- “वृद्धि” शब्द का अर्थ है “वृद्धि होना” – यहाँ स्वरों के मेल से नया वर्ण बनता है।
वृद्धि संधि के मुख्य नियम और उदाहरण
अ/आ + ए/ऐ = ऐ
- जब पहला शब्द अ या आ से समाप्त हो और दूसरा शब्द ए या ऐ से शुरू हो।
उदाहरण:
- महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्य
- देव + ऐश = देवैश
अ/आ + ओ/औ = औ
- जब पहला शब्द अ या आ से समाप्त हो और दूसरा शब्द ओ या औ से शुरू हो।
उदाहरण:
- महा + औषध = महौषध
- चतुर + ओष्ठ = चतुरौष्ठ
- नर + औदार्य = नरौदार्य
संधि शब्द | संधि रूप | नियम |
---|---|---|
महा + ऐश्वर्य | महैश्वर्य | आ + ऐ = ऐ |
नर + औदार्य | नरौदार्य | अ + औ = औ |
चतुर + ओष्ठ | चतुरौष्ठ | अ + ओ = औ |
देव + ऐश | देवैश | अ + ऐ = ऐ |
पैरामीटर | वृद्धि संधि | गुण संधि |
---|---|---|
स्वरों का मेल | अ/आ + ए/ऐ/ओ/औ | अ/आ + इ/ई/उ/ऊ/ऋ |
परिणाम | ऐ, औ | ए, ओ, अर् |
उदाहरण | महैश्वर्य (महा + ऐश्वर्य) | महेश (महा + ईश) |
परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रमुख बिंदु
अपवाद स्थितियाँ:
- कुछ शब्दों में वृद्धि संधि नहीं होती:
जैसे:-
- “एक + एक = एकैक” (वास्तव में प्रयोग नहीं होता)।
- “परम + ओजस्वी = परमोजस्वी” (यहाँ गुण संधि होती है)।
विसर्ग संधि के साथ वृद्धि संधि:
विसर्ग (:) के बाद ए/ऐ/ओ/औ आने पर वृद्धि संधि हो सकती है:
- निः + ऐश्वर्य = निरैश्वर्य
संधि विच्छेद:
- महौषध = महा + औषध
- चतुरौष्ठ = चतुर + ओष्ठ
परीक्षा तैयारी के लिए टिप्स
1. नियमों को कंठस्थ करें:
- अ/आ + ए/ऐ = ऐ
- अ/आ + ओ/औ = औ
2. सामान्य उदाहरण याद रखें:
- महा + औषध = महौषध
- महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्य
- चतुर + ओष्ठ = चतुरौष्ठ
3. संधि विच्छेद का अभ्यास करें:
- नरौदार्य = नर + औदार्य
- निरैश्वर्य = निः + ऐश्वर्य
4. अपवादों पर ध्यान दें:
- “परम + ओजस्वी = परमोजस्वी” जैसे शब्दों में गुण संधि होती है।
उदाहरण:
अ + ए = ऐ
- एक + एक = एकैक
अ + ऐ = ऐ
- मत + ऐक्य = मतैक्य
आ + ए = ऐ
- सदा + एव = सदैव
आ + ऐ = ऐ
- महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्य
अ + ओ = औ
- वन + औषधि = वनौषधि
आ + ओ = औ
- महा + औषधि = महौषधि
अ + औ = औ
- परम + औषध = परमौषध
आ + औ = औ
- महा + औषध = महौषध
संधि रूप | संधि विच्छेद | नियम |
---|---|---|
महौषध | महा + औषध | आ + औ = औ |
महैश्वर्य | महा + ऐश्वर्य | आ + ऐ = ऐ |
नरौदार्य | नर + औदार्य | अ + औ = औ |
वनौषधि | वन + औषधि | अ + औ = औ |
पिछले वर्षों के प्रश्न (Previous Year Questions)
प्रश्न. ‘महा + औषध’ का संधि रूप क्या होगा?
(UPTET)
(a) महौषध
(b) महोषध
(c) माहौषध
(d) महाऔषध
उत्तर: (a) महौषध
प्रश्न. ‘चतुर + ओष्ठ’ का संधियुक्त रूप क्या है?
(CTET)
(a) चतुरोष्ठ
(b) चतुरौष्ठ
(c) चतुरोष्ठ्य
(d) चतुराष्ठ
उत्तर: (b) चतुरौष्ठ
प्रश्न. किस विकल्प में वृद्धि संधि है?
(MPPSC)
(a) विद्यालय
(b) चंद्रोदय
(c) महैश्वर्य
(d) सत्याग्रह
उत्तर: (c) महैश्वर्य
प्रश्न. ‘नर + औदार्य’ का संधि रूप क्या है?
(UP Police)
(a) नरौदार्य
(b) नरोदार्य
(c) नरावदार्य
(d) नराऔदार्य
उत्तर: (a) नरौदार्य
प्रश्न. ‘महा + ऐश्वर्य’ में कौन-सी संधि है?
(SSC CHSL)
(a) गुण संधि
(b) दीर्घ संधि
(c) वृद्धि संधि
(d) यण संधि
उत्तर: (c) वृद्धि संधि
निष्कर्ष
- यह संधि हिंदी व्याकरण का अत्यंत विशिष्ट टॉपिक है जो प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है।
- इसके नियम सीधे हैं, लेकिन उदाहरण सीमित होने के कारण विद्यार्थी इसे भ्रमित करते हैं।
- ऐ और औ के प्रयोग पर विशेष ध्यान देकर और संधि-विच्छेद का अभ्यास करके आप इस खंड में पूर्ण अंक प्राप्त कर सकते हैं।
- पिछले वर्षों के प्रश्नों का समावेश आपको परीक्षा पैटर्न समझने में मदद करेगा।