मैथिली शरण गुप्त
- मैथिली शरण गुप्त को राष्ट्र कवि की संज्ञा दी गयी
जन्म | 1886 |
---|---|
जन्म स्थान | झाँसी(उत्तर प्रदेश ) |
पिता | सेठ राम चरण गुप्त |
माता | काशी बाई |
भाषा | हिन्दी |
उपाधि | राष्ट्रकवि |
मृत्य | 1964 |
रचनाएँ | वर्ष |
---|---|
रंग में भग | 1909 |
जयद्रथ वध | 1910 |
भारत-भारती | 1912 |
साकेत | 1931 |
यशोधरा | 1933 |
पंचवटी | 1925 |
सिद्वराज | 1925 |
उच्छवास | 1925 |
कुणाल गीत | 1325 |
झंकार | 1929 |
द्वापर | 1936 |
जय भारत | 1952 |
विष्णुप्रिया | 1957 |
जीवन परिचय:
- इनका जन्म 3 अगस्त 1886 में उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के चिरगांव में हुआ।
- इनके पिता सेठ रामचरण कनकने और माता काशी बाई थी
- इनका प्रथम काव्य संग्रह “रंग में भंग” 2009 में और दूसरा काव्य संग्रह “जयद्रथ वध” 2010 में प्रकाशित हुई
- इन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डी. लिट की उपाधि प्राप्त की
- इन्हें राष्ट्रपति द्वारा 1952 में राज्यसभा सदस्य नामित किया गया
- इनको भारत सरकार द्वारा 1954 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- इन्हें राष्ट्रकवि कवि की उपाधि प्राप्त हुयी
- ये महात्मा गाँधी जी के समर्थक थे
मैथिली शरण गुप्त को प्राप्त पुरस्कार
- मैथिली शरण गुप्त को इनकी हिन्दी साहित्य के योगदान के निम्न पुरस्कार प्रदान किये गये
- पद्मभूषण
- राजसभा सदस्य
- डी.लिट उपाधि
पद्मभूषण
- मैथिली शरण गुप्त को 1954 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया
राज्यसभा सदस्य
- मैथिली शरण गुप्त को 1952 में राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा सदस्य मनोनीत किया गया
उपाधि
- मैथिलीशरण गुप्त को इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डी. लिट की उपाधि प्राप्त हुयी है
- इन्हें राष्ट्रकवि की उपाधि प्रदान की गयी है
Social Media Page
हमारे सोशल मीडिया पेज को भी फालो करें