- देशज शब्द: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सम्पूर्ण गाइड
देशज शब्द क्या हैं?
- यह हिंदी भाषा के मौलिक घटक हैं जो स्थानीय भाषाओं और बोलियों से उत्पन्न हुए हैं।
- ये शब्द किसी विदेशी या संस्कृत मूल के नहीं होते, बल्कि देशी स्रोतों से विकसित हुए हैं।
- इन्हें “देशी शब्द” या “स्थानिक शब्द” भी कहा जाता है।
मुख्य विशेषताएँ:
- स्थानीय भाषाओं और बोलियों से उत्पन्न
- संस्कृत या विदेशी भाषा के प्रभाव से मुक्त
- सरल, सहज और लोकप्रिय उच्चारण
उदाहरण:
- खिड़की
- पगड़ी
- लोटा
देशज शब्दों का ऐतिहासिक विकास
प्राचीन काल:
- मूल भारतीय भाषाओं से निर्मित
मध्यकाल:
- अवधी, ब्रज, भोजपुरी जैसी बोलियों का योगदान
आधुनिक काल:
- क्षेत्रीय भाषाओं के प्रभाव में विस्तार
साहित्यिक योगदान:
- कबीर, तुलसीदास और प्रेमचंद की रचनाओं में प्रयोग
देशज शब्दों के प्रमुख प्रकार
क्षेत्रीय देशज शब्द
- विशेष क्षेत्रों में प्रचलित शब्द:
जैसे:
- पंजाबी
- मराठा
- मक्की
राजस्थानी:
- बावड़ी
- हवेली
बिहारी:
- डाभ
- लिट्टी
व्यवसायिक देशज शब्द
- विशेष व्यवसायों से जुड़े शब्द:
उदाहरण:
कृषि:
- हल
- फावड़ा
- कुदाल
- हसिया
- खुरपा
- खुरपी
बुनाई:
- चरखा
- तकली
रसोई:
- कढ़ाई
- चिमटा
- कलछुल
सांस्कृतिक देशज शब्द
- लोक संस्कृति से जुड़े शब्द:
उदाहरण:
- “बिदाई”, “टीका”, “मेहंदी”
- “ढोलक”, “चुनरी”, “अंगोछा”
शब्द | अर्थ | क्षेत्र/उत्पत्ति |
---|---|---|
खिड़की | रोशनदान | उत्तर भारत |
पगड़ी | सिर का वस्त्र | राजस्थान |
झोपड़ी | कुटिया | ग्रामीण भारत |
चिलम | हुक्का का भाग | उत्तर प्रदेश |
लोटा | पानी का पात्र | पूरे भारत में |
टोकरी | बाँस की डलिया | ग्रामीण क्षेत्र |
पैरामीटर | देशज शब्द | तद्भव शब्द | तत्सम शब्द |
---|---|---|---|
उत्पत्ति | स्थानीय भाषाएँ | संस्कृत से विकसित | संस्कृत के मूल रूप |
उदाहरण | लोटा, खिड़की | आग, घर | अग्नि, गृह |
प्रकृति | मूल निर्मित | रूपांतरित | अपरिवर्तित |
लोकप्रियता | सामान्य बोलचाल | साहित्यिक और सामान्य | विद्वतापूर्ण |
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
1. पहचान के संकेत:
- संस्कृत या विदेशी मूल न होना
- स्थानीय उच्चारण और सरलता
- लोकगीतों और बोलियों में प्रयोग
2. ऐतिहासिक महत्व:
- भारतीय भाषाओं की मूल पहचान
- भक्ति काल के साहित्य में व्यापक प्रयोग
- गांधीजी द्वारा हिंदी को समृद्ध करने में योगदान
3. शब्द निर्माण प्रक्रिया:
- ध्वन्यात्मक परिवर्तन से मुक्त
- क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार निर्मित
- लोक व्यवहार से सीधे उत्पन्न
पिछले वर्षों के प्रश्न (हल सहित)
प्रश्न. ‘देशज’ शब्द की दृष्टि से सही विकल्प है:
UPSSSC Junior Assistant (29/06/2025):
(A) फटाफट, खचाखच, डाँडी
(B) सराय, परात, बड़बड़ाना
(C) लोकाट, ढोर, मुक्का
(D) परात, ढोर, मुक्का, काच
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Ans (A) फटाफट, खचाखच, डाँडी)
प्रश्न: “निम्नलिखित में कौन सा शब्द देशज शब्द है?”
UGC NET हिंदी (2023):
(a) अश्व
(b) गृह
(c) खिड़की
(d) वायु
उत्तर: (c) खिड़की
प्रश्न: “देशज शब्दों की मुख्य विशेषता क्या है?”
CTET हिंदी (2022):
(a) संस्कृत से व्युत्पन्न
(b) विदेशी भाषा से लिए गए
(c) स्थानीय भाषाओं से निर्मित
(d) तत्सम रूप
उत्तर: (c) स्थानीय भाषाओं से निर्मित
प्रश्न: “निम्न में कौन सा युग्म देशज शब्द का उदाहरण है?”
TET हिंदी (2021):
(a) अग्नि-आग
(b) गृह-घर
(c) लोटा-जलपात्र
(d) उष्ट्र-ऊँट
उत्तर: (c) लोटा-जलपात्र
अभ्यास प्रश्नोत्तरी
- “पगड़ी” शब्द किस प्रकार का है?
- देशज और तद्भव शब्द में दो अंतर बताएँ।
- “चिलम” शब्द का अर्थ बताएँ और इसे किस श्रेणी में रखेंगे?
परीक्षा रणनीति और तैयारी टिप्स
मूल अंतर समझें:
- देशज, तद्भव और तत्सम शब्दों में भेद
उदाहरण याद करें:
- प्रत्येक श्रेणी के 10-12 प्रमुख उदाहरण कंठस्थ करें
पहचान का अभ्यास:
- शब्द देखकर तुरंत श्रेणी बताने का प्रशिक्षण
ऐतिहासिक संदर्भ:
- भक्ति काल और आधुनिक साहित्य में देशज शब्दों का प्रयोग
पिछले प्रश्नों का विश्लेषण:
- परीक्षा पैटर्न समझने हेतु
विशेष सुझाव:
- डॉ. हरदेव बाहरी की पुस्तक “हिंदी शब्दावली का इतिहास” का अध्ययन करें।
देशज शब्दों का सांस्कृतिक महत्व
लोक साहित्य में:
- लोकगीतों, कहावतों और मुहावरों की आत्मा
- उदाहरण: “ढोल का पोल खुलना” (रहस्य खुलना)
सामाजिक पहचान:
- क्षेत्रीय संस्कृति और पहचान का प्रतीक
उदाहरण: राजस्थानी “पगड़ी”, बंगाली “लाल पार साड़ी”
भाषाई विविधता:
- हिंदी को समृद्ध करने में योगदान
- अन्य भारतीय भाषाओं से शब्दों का आदान-प्रदान
साहित्यिक योगदान:
- प्रेमचंद की कहानियों में ग्रामीण शब्दावली
- निराला की कविताओं में लोक शब्दों का प्रयोग
निष्कर्ष
- देशज शब्द हिंदी भाषा की जीवंत धरोहर हैं जो हमारी सांस्कृतिक पहचान और भाषाई विविधता को प्रतिबिंबित करते हैं।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में इस विषय से सम्बंधित प्रश्न अक्सर शब्द पहचान, श्रेणीकरण और विश्लेषण के रूप में पूछे जाते हैं।
- देशज शब्दों की विशेषताओं, उनके उदाहरणों और अन्य शब्द प्रकारों से तुलना की गहन समझ परीक्षा में सफलता की कुंजी है।