भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (CPI) 2025: वैश्विक रैंकिंग और भारत की स्थिति
जारीकर्ता संस्थान | ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल |
सूचकांक जारी तिथि | फरवरी 2025 |
शामिल कुल देश | 180 |
प्रथम स्थान | डेनमार्क |
भारत का स्थान | 96वां |
अन्तिम स्थान | दक्षिण सूडान |
सूचकांक जारी तिथि | फरवरी 2025 |
रैंक | देश | स्कोर |
---|---|---|
1. | डेनमार्क | 90 |
2. | फिनलैंड | 88 |
3. | सिंगापुर | 84 |
4. | न्यूजीलैंड | 83 |
5. | नर्वे
स्विटजरलैंड लक्ज्म्वर्ग |
81 |
6. | स्वीडन | 80 |
7. | नीदरलैंड | 78 |
8. | आयरलैंड
आस्ट्रेलिया |
77 |
96. | भारत
मालद्वीव गम्बिया |
38 |
180. | दक्षिण सूडान | 8 |
देश | रैंक | स्कोर |
---|---|---|
भूटान | 25वां | 68 अंक |
भारत | 96वां | 38 अंक |
श्रीलंका | 115वां | 34 अंक |
नेपाल | 108वां | 35 अंक |
पाकिस्तान | 133वां | 29 अंक |
बांग्लादेश | 149वां | 24 अंक |
भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (CPI) 2024: विस्तृत विश्लेषण
भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक | CPI क्या है?
- भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (Corruption Perceptions Index – CPI)
- यह ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा प्रतिवर्ष जारी किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण सूचकांक है
- यह सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के स्तर को मापता है
- यह 0 (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (पूर्णतः स्वच्छ) के पैमाने पर देशों को रैंक करता है
- विशेषज्ञों और व्यवसायियों के सर्वेक्षणों पर आधारित होता है
-
CPI पहली बार 1995 में जारी किया गया था
भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2024
- 2024 की रिपोर्ट के आधार पर विश्व का सबसे अच्छा देश डेनमार्क है
- डेनमार्क लगातार 7वीं बार प्रथम स्थान पर रहा
- विश्व का सबसे भ्रष्ट देश दक्षिणी सूडान है
भारत की स्थिति
रैंक:
- 2023 में भारत की रैंक: 93वां स्थान
- 2024 में भारत की रैंक: 96वां स्थान
स्कोर:
- 39 (2023)
- 38 (2024)
2023 के मुकाबले 2024 में भारत 1 अंक की गिरावट दर्ज की
मुख्य चुनौतियाँ:
- राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता की कमी
- सार्वजनिक सेवाओं में रिश्वतखोरी
सकारात्मक पहलू:
- डिजिटल ईगवर्नेंस पहलों का सकारात्मक प्रभाव पड़ा
- RTI अधिनियम का प्रभावी उपयोग
-
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम
-
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम
-
डिजिटल इंडिया पहल
वर्ष | रैंक | स्कोर |
---|---|---|
2024 | 96वां | 38 |
2023 | 93वां | 39 |
2022 | 85वां | 40 |
2021 | 85वां | 40 |
2020 | 86वां | 40 |
2019 | 80वां | 41 |
2018 | 78वां | 41 |
2017 | 81वां | 40 |
2016 | 79वां | 40 |
2015 | 76वां | 38 |
2014 | 85वां | 38 |
2013 | 83वां | 36 |
2012 | 94वां | 36 |
निष्कर्ष
- भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक 2025 देशों में पारदर्शिता और जवाबदेही का महत्वपूर्ण सूचक है।
- भारत को अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता, सार्वजनिक सेवाओं में सुधार और डिजिटल गवर्नेंस को और मजबूत करना होगा।
- यह जानकारी **UPSC, SSC, राज्य PSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।