- वैश्विक खुशहाली सूचकांक 2025: देशों की रैंकिंग और प्रमुख तथ्य
वैश्विक खुशहाली सूचकांक 2024(World Happiness Report 2024): विस्तृत विश्लेषण
वैश्विक खुशहाली सूचकांक 2024
- विश्व का लगातार आठवीं बार सबसे खुशहाल देश फिनलैंड बना
- विश्व का सबसे कम खुशहाल देश अफगानिस्तान बना
जारीकर्ता संस्थान | संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क |
शुरुवात | 2012 |
सूचकांक जारी तिथि | 20 मार्च 2025 |
संस्करण | 13वां |
शामिल कुल देश | 147 |
थीम | शेयरिंग एंड केयरिंग |
प्रथम स्थान | फिनलैंड |
भारत का स्थान | 118वां |
अन्तिम स्थान | अफगानिस्तान |
वैश्विक खुशहाली सूचकांक क्या है?
- वैश्विक खुशहाली सूचकांक (World Happiness Report) संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क (UNSDSN) द्वारा प्रकाशित एक वार्षिक रिपोर्ट है जो देशों की खुशहाली को विभिन्न पैमानों पर मापता है।
- यह रिपोर्ट GDP, सामाजिक सहायता, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा जैसे कारकों पर आधारित होती है।
सूचकांक जारी करने के आधार | मापदंड
- यह सूचकांक निम्न कारको पर आधारित होते है, जिसकी सहयता से रैंकिंग किया जाता है
- प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद
- व्यक्तिगत स्वतंत्रता
- सामाजिक सुरक्षा
- सामाजिक सरोकार
- भ्रष्टाचार और उदारता की अवधारणा
- जीवन प्रत्याशा(स्वास्थ्य)
रैंक | देश |
---|---|
1. | फिनलैंड
(लगातार 8वी बार प्रथम स्थान पर ) |
2. | डेनमार्क |
3. | आइसलैंड |
4. | स्वीडन |
5. | नीदरलैंड |
118. | भारत |
144. | मालाबी |
145. | लेबनान |
146. | सिएरा लियोन |
145. | अफगानिस्तान |
देश | रैंक |
---|---|
चीन | 60वां |
पाकिस्तान | 108वां |
श्रीलंका | 112वां |
बांग्लादेश | 115वां |
भारत | 126वां |
भारत की स्थिति
- 2024 में भारत की रैंक: 126वीं (पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा सुधार)
मुख्य चुनौतियाँ:
- आय असमानता
- स्वास्थ्य सेवाओं का निम्न वर्ग तक पहुँच की समस्या
- पर्यावरणीय समस्याएँ
सकारात्मक पहलू:
- सामाजिक समर्थन
- मजबूत सामुदायिक भावना
2025 | 118 |
---|---|
2024 | 126 |
2023 | 126 |
2022 | 136 |
2021 | 139 |
2020 | 144 |
2019 | 140 |
2018 | 118 |
2017 | 122 |
2016 | 118 |
2015 | 117 |
2014 | 117 |
2013 | 111 |
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
- वैश्विक खुशहाली सूचकांक पहली बार 2012 में जारी किया गया था।
- फिनलैंड लगातार 8 साल से सबसे खुशहाल देश बना हुआ है।
- सबसे कम खुश देश: अफ़गानिस्तान (2024 में 143वें स्थान पर)
निष्कर्ष
- वैश्विक खुशहाली सूचकांक 2025 देशों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को समझने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- भारत को अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक समानता पर ध्यान देना होगा।
- यह डेटा UPSC, SSC, राज्य PSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।