वर्तमान काल: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सम्पूर्ण गाइड
वर्तमान काल क्या है?
- वर्तमान काल हिंदी व्याकरण का मौलिक अंग है जो क्रिया के उस रूप को दर्शाता है जिससे वर्तमान समय में होने वाली क्रिया का बोध होता है।
- यह काल हमें किसी कार्य के वर्तमान में चल रहे, पूर्ण हुए या होने वाले होने की स्थिति को समझाता है।
मुख्य विशेषताएँ:
- क्रिया का वर्तमान समय से संबंध
- क्रिया के अंत में ता, ती, ते का प्रयोग
- वाक्य में वर्तमान का बोध कराना
उदाहरण:
- “राम पुस्तक पढ़ता है”
वर्तमान काल के भेद
- सामान्य वर्तमान काल
- अपूर्ण वर्तमान काल
- पूर्ण वर्तमान काल
- संदिग्ध वर्तमान काल
सामान्य वर्तमान काल
- जब क्रिया वर्तमान में सामान्य रूप से होती है:
पहचान:
- ता, ती, ते
उदाहरण:
- “वह प्रतिदिन स्कूल जाता है”
- “मैं हिंदी पढ़ता हूँ”
- “सूर्य पूर्व में उगता है”
अपूर्ण वर्तमान काल
- जब क्रिया वर्तमान में जारी हो:
पहचान:
- रहा है, रही है, रहे हैं
उदाहरण:
- “वह अभी पढ़ रहा है”
- “बारिश हो रही है”
- “बच्चे खेल रहे हैं”
पूर्ण वर्तमान काल
- जब क्रिया वर्तमान में पूर्ण हो चुकी हो:
पहचान:
- चुका है, चुकी है, चुके हैं
उदाहरण:
- “उसने खाना खा लिया है”
- “मैंने पुस्तक पढ़ ली है”
- “वे घर पहुँच चुके हैं”
संदिग्ध वर्तमान काल
- जब क्रिया के वर्तमान में होने में संदेह हो:
पहचान:
- ता होगा, ती होगी, ते होंगे
उदाहरण:
- “वह अभी आता होगा”
- “शायद वर्षा होती होगी”
- “बच्चे सो रहे होंगे”
वर्तमान काल के व्याकरणिक नियम
कर्ता | क्रिया रूप | उदाहरण |
---|---|---|
मैं (उत्तम पुरुष) | ता हूँ / ती हूँ | “मैं पढ़ता हूँ” |
तू (मध्यम पुरुष) | ता है / ती है | “तू पढ़ता है” |
वह (अन्य पुरुष) | ता है / ती है | “वह पढ़ता है” |
हम (बहुवचन) | ते हैं | “हम पढ़ते हैं” |
तुम (बहुवचन) | ते हो | “तुम पढ़ते हो” |
वे (बहुवचन) | ते हैं | “वे पढ़ते हैं” |
क्रिया संरचना
सामान्य वर्तमान:
- धातु + ता/ती/ते
अपूर्ण वर्तमान:
- धातु + रहा/रही/रहे + है/हो/हैं
पूर्ण वर्तमान:
- धातु + चुका/चुकी/चुके + है/हो/हैं
संदिग्ध वर्तमान:
- धातु + ता/ती/ते + होगा/होगी/होंगे
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
1. काल परिवर्तन:
- वर्तमान से भूतकाल: “पढ़ता है” → “पढ़ता था”
- वर्तमान से भविष्यकाल: “पढ़ता है” → “पढ़ेगा”
2. अशुद्धि सुधार:
- गलत: “वह पढ़ता हूँ” (कर्ता-क्रिया अन्वय गलत)
- सही: “वह पढ़ता है”
3. ऐतिहासिक विकास:
- संस्कृत के वर्तमान काल से व्युत्पन्न
- खड़ी बोली में मानकीकृत रूप
पिछले वर्षों के प्रश्न (हल सहित)
प्रश्न: “वह अखबार पढ़ रहा है” – यह वाक्य किस काल का उदाहरण है?
UGC NET हिंदी (2023)
(a) सामान्य वर्तमान
(b) अपूर्ण वर्तमान
(c) पूर्ण वर्तमान
(d) संदिग्ध वर्तमान
उत्तर: (b) अपूर्ण वर्तमान
प्रश्न: “मैंने खाना खा लिया है” – इस वाक्य में काल पहचानें।
CTET हिंदी (2022)
(a) सामान्य भूत
(b) पूर्ण वर्तमान
(c) अपूर्ण भविष्य
(d) संदिग्ध वर्तमान
उत्तर: (b) पूर्ण वर्तमान
प्रश्न: “वर्तमान काल के कितने भेद होते हैं?”
TET हिंदी (2021)
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5
उत्तर: (c) 4
अभ्यास प्रश्नोत्तरी
- “बच्चे खेलते हैं” – काल का प्रकार बताएँ।
- संदिग्ध वर्तमान काल का एक उदाहरण दीजिए।
- “मैं पुस्तक पढ़ चुका हूँ” – काल परिवर्तन कर भूतकाल में बदलें।
परीक्षा रणनीति और तैयारी टिप्स
काल पहचानें:
- क्रिया रूपों के आधार पर वर्तमान काल के भेदों की पहचान करें
कर्ता-क्रिया अन्वय पर ध्यान दें:
- “मैं जाता हूँ” vs “वह जाता है”
काल परिवर्तन का अभ्यास:
- वर्तमान से भूत और भविष्य काल में बदलने का नियमित अभ्यास करें
अशुद्धियाँ पहचानें:
- कर्ता और क्रिया के बीच अन्वय की त्रुटियाँ ढूँढ़ें
पिछले प्रश्नों का विश्लेषण:
- परीक्षा पैटर्न समझने हेतु
विशेष सुझाव:
- डॉ. हरदेव बाहरी की पुस्तक “हिंदी व्याकरण” का अध्ययन करें जिसमें काल पर विस्तृत चर्चा है।
वर्तमान काल का व्यावहारिक प्रयोग
दैनिक जीवन में प्रयोग:
- सामान्य वर्तमान: “मैं प्रतिदिन योग करता हूँ”
- अपूर्ण वर्तमान: “वह अभी नहा रहा है”
- पूर्ण वर्तमान: “मैंने कार्य पूरा कर लिया है”
- संदिग्ध वर्तमान: “शायद वह सो रहा होगा”
साहित्य में प्रयोग :
- कबीर: “मैं कहता आँखन देखी” (सामान्य वर्तमान)
- निराला: “वह तोड़ती पत्थर” (अपूर्ण वर्तमान)
- प्रेमचंद: “उसने सारा सच कह दिया है” (पूर्ण वर्तमान)
समाचार भाषा में प्रयोग:
- “प्रधानमंत्री भाषण दे रहे हैं” (अपूर्ण वर्तमान)
- “टीम ने मैच जीत लिया है” (पूर्ण वर्तमान)
- “बजट घोषित होता होगा” (संदिग्ध वर्तमान)
निष्कर्ष
- वर्तमान काल हिंदी व्याकरण का अत्यंत महत्वपूर्ण घटक है जो हमें वर्तमान समय में होने वाली क्रियाओं को व्यक्त करने में सक्षम बनाता है।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में इस विषय से सम्बंधित प्रश्न अक्सर काल पहचान, काल परिवर्तन और वाक्य शुद्धि के रूप में पूछेजाते हैं।
- वर्तमान काल के चारों भेदों, उनकी पहचान और व्याकरणिक नियमों की गहन समझ परीक्षा में सफलता की कुंजी है।