आर्थिक नियोजन | Economic Planning
- किसी भी देश के पास जो भी संसाधन उपलब्ध है उसका योजना बद्ध तरीके से उपयोग करना आर्थिक नियोजन कहलाता है।
- समय के साथ धन का सार्थक उपयोग आर्थिक नियोजन कहलाता है।
- सर्वप्रथम आर्थिक नियोजन 1920 में सोवियत रूस ने किया था।
- भारत की आर्थिक नियोजन की अवधारणा (Concept) सोवियत रूस से लिया गया।
- भारत में सर्वप्रथम नियोजन के बारे में the Plan Economy for India (भारत के लिए नियोजित अर्थव्यवस्था )नामक पुस्तक में बात की गयी।
- the Plan Economy for India पुस्तक के लेखक डाक्टर एम विश्व सरैया
राष्ट्रीय नियोजन समिति (National Planning Committee)
- राष्ट्रीय नियोजन समिति की स्थापना 1938 में कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेश में हुई थी।
- हरिपुरा अधिवेश की अध्यक्षता नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने किया था।
- इसके अध्यक्ष पण्डित जवाहर लाल नेहरु थे।
बाम्बे प्लान
- बाम्बे प्लान 1944 में आया।
- बाम्बे प्लान बम्बई के आठ उद्योगपतियों द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
योजना आयोग (Planning Commission)
- पदेन अध्यक्ष→ प्रधानमंत्री
- प्रथम अध्यक्ष → पण्डित जवाहरलाल नेहरू
- प्रथम उपाध्यक्ष → गुलजारी लाल नंदा
- स्थापना → 15 मार्च 1950 में हुई।
- यह गैर संवैधानिक निकाय है, अर्थात इसका संविधान में उल्लेख नही है।
- यह संविधिक निकाय है अर्थात यह भारतीय सासंद द्वारा बनाया गया है।
- वर्तमान में योजना आयोग को समाप्त कर नीति आयोग की स्थापना की गयी है।
योजना आयोग के उद्देश्य
- योजना आयोग का उद्देश्य देश की आर्थिक विकास एवं संवृद्धि के लिए योजनायें तैयार करना।
- कुल 12 पंच वर्षीय योजनओं का क्रियान्वयनहुआ।
NDC National Development Council | राष्ट्रीय विकास परिषद
स्थापना 6 अगस्त 1952
अध्यक्ष प्रधानमंत्री
सदस्य सभी राज्यों मुख्यमंत्री
NDC के कार्य
- पंच वर्षीय योजनओं का अनुमोदन(approval) देना
1991 के आर्थिक सुधार
- प्रधानमंत्री ⇒ नरसिंहाराव
- वित्त मंत्री ⇒ डा0 मनमोहन सिंह
LPG Reform
- L ⇒ Liberalization (उदारीकरण)
- P ⇒ Privatization (निजीकरण)
- G ⇒ Globalization (वैश्वीकरण)
Liberalization (उदारीकरण)
- उद्योगों की लाइसेन्स प्रणाली समाप्त कर दिया गया।
- आर्थिक नियमों को उदार बनाया गया।
- डा0 मनमोहनसिंह को भारतीय उदारीकरण का अग्रदूत कहा जाता है।
Privatization (निजीकरण)
- सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में प्राइवेट कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
Globalization (वैश्वीकरण)
- भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्व के अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ा गया।
- FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) को बढ़ावा दिया गया, विदेश कंपनिया भारत में निवेश कर सके।