1 July 2025
आर्थिक नियोजन

आर्थिक नियोजन | Economic Planning

आर्थिक नियोजन | Economic Planning

  • किसी भी देश के पास जो भी संसाधन उपलब्ध है उसका योजना बद्ध तरीके से उपयोग करना आर्थिक नियोजन कहलाता है।
  • समय के साथ धन का सार्थक उपयोग आर्थिक नियोजन कहलाता है।
  • सर्वप्रथम आर्थिक नियोजन 1920 में सोवियत रूस ने किया था।
  • भारत की आर्थिक नियोजन की अवधारणा (Concept) सोवियत रूस से लिया गया।
  • भारत में सर्वप्रथम नियोजन के बारे में the Plan Economy for India (भारत के लिए नियोजित अर्थव्यवस्था )नामक पुस्तक में बात की गयी।
  • the Plan Economy for India पुस्तक के लेखक डाक्टर एम विश्व सरैया

राष्ट्रीय नियोजन समिति (National Planning Committee)

  • राष्ट्रीय नियोजन समिति की स्थापना 1938 में कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेश में हुई थी।
  • हरिपुरा अधिवेश की अध्यक्षता नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने किया था।
  • इसके अध्यक्ष पण्डित जवाहर लाल नेहरु थे।

बाम्बे प्लान

  • बाम्बे प्लान 1944 में आया।
  • बाम्बे प्लान बम्बई के आठ उद्योगपतियों द्वारा प्रस्तुत किया गया था।

योजना आयोग (Planning Commission)

  • पदेन अध्यक्ष प्रधानमंत्री 
  • प्रथम अध्यक्ष पण्डित जवाहरलाल नेहरू
  • प्रथम उपाध्यक्ष गुलजारी लाल नंदा 
  • स्थापना 15 मार्च 1950 में हुई।
  • यह गैर संवैधानिक निकाय है, अर्थात इसका संविधान में उल्लेख नही है।
  • यह संविधिक निकाय है  अर्थात यह भारतीय सासंद द्वारा बनाया गया है।
  • वर्तमान में योजना आयोग को समाप्त कर नीति आयोग की स्थापना की गयी है।

योजना आयोग के उद्देश्य

  • योजना आयोग का उद्देश्य देश की आर्थिक विकास  एवं संवृद्धि के लिए योजनायें तैयार करना।
  • कुल 12 पंच वर्षीय योजनओं का क्रियान्वयनहुआ।

NDC National Development Council | राष्ट्रीय विकास परिषद

स्थापना 6 अगस्त 1952

अध्यक्ष प्रधानमंत्री

सदस्य सभी राज्यों मुख्यमंत्री

NDC के कार्य

  • पंच वर्षीय योजनओं का अनुमोदन(approval) देना

1991 के आर्थिक सुधार

  • प्रधानमंत्री ⇒ नरसिंहाराव
  • वित्त मंत्री ⇒ डा0 मनमोहन सिंह

LPG Reform

  • LLiberalization (उदारीकरण)
  • P Privatization (निजीकरण)
  • G Globalization (वैश्वीकरण)

Liberalization (उदारीकरण)

  • उद्योगों की लाइसेन्स प्रणाली समाप्त कर दिया गया।
  • आर्थिक नियमों को उदार बनाया गया।
  • डा0 मनमोहनसिंह को भारतीय उदारीकरण का अग्रदूत कहा जाता है।

Privatization (निजीकरण)

  • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में प्राइवेट कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ाना।

Globalization (वैश्वीकरण)

  • भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्व के अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ा गया।
  • FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) को बढ़ावा दिया गया, विदेश कंपनिया भारत में निवेश कर सके।

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