9 June 2025
क्रिया

क्रिया किसे कहते हैं | क्रिया की परिभाषा | क्रिया के भेद | क्रिया

क्रिया किसे कहते है

  • वह विकारी शब्द जिससे किसी कार्य का करना या होना पाया जाता है ।

उदहारण:-

  • खाना, पीना, सोना, रहना, पढ़ना, जाना, रोना, खेलना आदि।

क्रिया के मूल धातु दो  है

  1. मूलधातु
  2. यौगिक धातु
  • हिन्दी भाषा में क्रिया(verb) शब्द को संस्कृत भाषा में धातु कहते है ।
  • क्रिया की उत्पत्ति तत्सम शब्द से हुई।
  • क्रिया एकार्थी शब्द है।
  • क्रिया विकारी शब्द है ।
संस्कृत के धातु शब्द में जब ना (प्रत्यय) जोड़ा जाता हैं तब क्रिया का बोध होता है।
पढ     +   ना             =  पढ़ना
(धातु) +   (प्रत्यय)    =  क्रिया

कर्म के आधार पर क्रिया के भेद

  1. अकर्मक क्रिया
  2. सकर्मक क्रिया

1. अकर्मक क्रिया

  • अकर्मक क्रिया के साथ कर्म नही आता
  • जब क्रिया का प्रभाव कर्म पर न पड़ कर कर्ता पर पड़ता है तो अकर्मक क्रिया कहलाती है ।
  • वे सभी क्रियाये जो प्रक्रति द्वारा होती है अकर्मक क्रिया होती है

अकर्मक शब्द

  • जब क्रिया का प्रभाव कर्म पर ना पढ़ कर कर्ता पर पड़ता है तो अकर्मक क्रिया कहलाती है ।

कर्ता + क्रिया = अकर्मक क्रिया 

  • आना, जाना, जीना, मरना
  • हँसना, रोना, चिल्लाना, सिसकना, मुस्कराना, सुनना, बोलना
  • तैरना, उड़ना, घुमना, चलना, दौड़ना, भागना
  • थूकना, नहाना, धोना, पोछना,  उछलना, कूदना, सुखाना
  • चमकना, टिमटिमाना, बहना, गर्जना

अकर्मक क्रिया के उदाहरण

  • रेखा रोती है।
  • मोहन हंसता है।
  • रीमा सोती है।
  • अरुण मुस्कुराता है।
  • सूरज चमकता है।
  • नदी बहती है ।
  • रेखा कपड़े सुखाती है।

2 . सकर्मक क्रिया

  • सकर्मक क्रिया के साथ कर्म आना आवश्यक होता है

कर्ता + कर्म + क्रिया =सकर्मक क्रिया 

  • राम फल खाता है।
  • सीता गीत गाती है।
  • मोहन पुस्तक पड़ता है।
  • रोहन राम को पत्र लिखता है।

सकर्मक क्रिया के भेद :-

  • सकर्मक क्रिया के दो भेद होते है
  1. एक कर्मक क्रिया
  2. द्विकर्मक क्रिया

एक कर्मक क्रिया

वे क्रिया शब्द जिसके साथ एक कर्म आता है एककर्मक क्रिया कहलाती है ।

  • मोहित खाना खाता है ।
  • रोहित जाता है ।
  • विपुल पौधा लगाता है।
  • सीमा बाजार जाती है।

द्विकर्मक क्रिया

  • वे क्रिया शब्द जिसके साथ एक से अधिक कर्म आता है द्विकर्मक क्रिया कहलाती है ।

द्विकर्मक क्रिया के उदाहरण

  • अध्यापक ने छात्रो को हिन्दी पढ़ाई।
  • श्याम ने रामू को थप्पड़ मार दिया।
  • रमेश मुकेश को पत्र लिख रहा है ।
  • पिताजी ने बाजार से अमरुद लाये है।

संरचना के आधार पर क्रिया के भेद:-

  1. संयुक्त क्रिया
  2. नाम धातु क्रिया
  3. पूर्वकालिक क्रिया
  4. प्रेरणार्थक क्रिया
  5. क्रदंत क्रिया

संयुक्त क्रिया:-

  • दो या दो से अधिक क्रियाएं जब एक साथ आती है तथा उनके द्वारा एक ही कार्य होता हुआ प्रतीत होता है तो उनके संयुक्त क्रियाये कहलती है ।
सीमा     विद्यालय जाने लगी
संज्ञा   +   कर्म   +   क्रिया  +क्रिया 

संयुक्त क्रिया के उदाहरण :-

  • मोनू  खाने लगा।
  • मुझे पढ़ने दो।
  • रोहित क़िताब पढने लगा ।
  • गीता घर जाने लगी।
  • वह पेड़ से कूद पड़ा।
  • बच्चा रोने लगा ।
  • रीता गाना गाने लगी।
  • मोहन हँसने लगा ।
  • मैंने पुस्तक पढ लिया है।
  • राम ने पत्र लिख लिया  है।

संयुक्त क्रिया के भेद :-

  1. आरम्भ बोधक
  2. समाप्ति बोधक
  3. अभ्यास बोधक
  4. शक्ति बोधक
  5. निश्चय बोधक
  6. अवकाश बोधक
  7. अभ्यास बोधक
  8. अनुमति बोधक
  9. पुन रुक्तबोधक
  10. नित्या बोधक
  11. इच्छा बोधक

नाम धातु क्रिया

परिभाषा:-जिन क्रियाओं का निर्माण संज्ञा, सर्वनाम एवं विशेषण से होता है उन्हे नामधातु क्रिया कहते हैं
  • संज्ञा से= क्रिया 
  • सर्वनाम से  = क्रिया 
  • विशेषण  से   = क्रिया 
संज्ञा  से =   क्रिया
  • बात    बतियाना
  • लाठी  लथियाना
  • लात लतियाना 

सर्वनाम से =   क्रिया 

  • अपना    अपनाना

विशेषण से =   क्रिया 

  • गर्म        गरमाना
  • नर्म     नर्ममाना
  • शर्म  शर्ममाना
संज्ञा /विशेषण + किया = नामबोधक क्रिया
  • लाठी + मारना = लाठी मारना।
  • रक्त + खोलना = रक्त खोलना।
  • दुःखी+होना = दुखी होना।
  • पीला + पडना = पीला पड़ना।

पूर्वकालिक क्रिया

  • पूर्वकालिक क्रिया :-  पूर्व + काल + इक + क्रिया
परिभाषा :-
  • पहले के समय में होने वाली क्रिया को पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं।
पहचान :-
  • सदैव पूर्ण होती है।
  • पूर्वकालिक क्रिया में अधिकांशतयः कर प्रत्यय लगा रहता है।

पूर्वकालिक क्रिया के उदाहरण :-

  • मोहन पानी पी  कर सो गया।
  • गीता भोजन करके स्कूल जा रही है।
  • विकास पढ़कर खेल रहा।
  • सीमा गा कर हँस रही।
  • राम भोजन करके सो गया।
  • बच्चा जाग कर रो रहा।
  • किसान खाना खा कर खेत जोत रहा।

प्रेरणार्थक क्रिया :-

  • जब कर्ता स्वयं कार्य’ न करके किसी दूसरे को प्रेरित करके कार्य करवाता  है तो उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं।

क्रिया     प्रेरणार्थक क्रिया

  • लिखना       लिखवाना
  • खाना          खिलवाना
  • काटना       कटवाना
  • देना             दिलवाना
  • पढ़ना          पढवाना
  • बनाना        बनवाना
  • भरना          भरवाना

प्रेरणार्थक क्रिया उदाहरण :-

  • मीना ने रीता से भोजन बनवाया।
  • राम ने मोहन से पारा लिखवाया ।
  • मोहित से रोहन ने पानी भरवाया ।
  • विकास ने ट्रेक्टर से खेत जुतवाया ।
  • अंकित ने गेहू की फ़सल कटवाया

कृदन्त क्रिया

जब क्रिया के मूल रूप में ना प्रत्यय को छोड़ कर कोई अन्य प्रत्यय जोड़ा जाता है तो उसे कृदन्त क्रिया कहा जाता है ।

  • खा कर
  • जा कर
  • आ कर
  • पी कर
  • रो कर
  • सो कर
  • जग कर
  • लिख कर
  • पढ़ कर

कृदन्त क्रिया  के उदाहरण

  • सीता जाग कर पढ़ने लगी
  • गुरूजी गुस्सा कर मारने लगे
  • बच्चा गिर कर उठ पड़ा
  • अमित खा कर बाजार गया
  • शराबी पी कर रोड़ पर गिर गया

प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद:-

  1. सामान्य क्रिया
  2. सहायक क्रिया
  3. सजातीय क्रिया

समान्य क्रिया (Simple Verb)

  • जब एक कर्ता पद और एक क्रिया पद आये तो वह सामन्य क्रिया होती है।

समान्य क्रिया के उदाहरण

  • सीमा खायी।
  • गीता गई।
  • राम पढ़ा।
  • शीला लिखी।

सहायक क्रिया (Helping Verb)

  • सहायक क्रिया का मुख्य कार्य समय का बोध कराना
  • सहायक क्रिया वाक्य के अंत में आती है
  • सहायक क्रिया मुख्य क्रिया के साथ आती है

सहायक क्रिया के उदाहरण

  • विकास घर जाता है
  • विशाल विद्यालय जा रहा है।
  • कुत्ता भौक रहा है।
  • राम गृह कार्य कर रहा है।
  • सीता अपना कार्य कर चुकी है।
  • विकास दिल्ली जा रहा था।

सजातीय क्रिया

  • जब क्रिया और कर्म एक जैसे दिखाई दे उसे सजातीय क्रिया कहते है।

सजातीय क्रिया के उदाहरण

  • भारत ने लड़ाई लड़ी।
  • श्री राम ने लंका पर चढ़ाई चढ़ी।
  • रेखा  खाना खायी।
  • मुकेश पानी पीया।
  • मीरा रोना रोयी।

क्रियार्थक क्रिया :-

  • जब क्रिया कर्ता के जैसा व्यवहार करने लगे तो क्रियार्थक क्रिया कहते हैं।

वाक्य संरचना  कर्ता + कर्म + क्रिया

  • टहलना स्वस्थ के लिए लाभ दायक है।

क्रिया      क्रियार्थक क्रिया

  • टहल       टहलना
  • खेल         खेलना
  • पढ़          पढ़ना
  • रो             रोना
  • हंस          हँसना
  • कूद         कूदना

अनुकरणात्मक क्रिया

  • जो क्रिया रूप ऐसी धातुओं से बनते हैं, जो ध्वनियों के अनुकरण पर बनती है या पूर्व ध्वनि के अनुकरण पर बनती हैं। ऐसी क्रियाओं को अनुकरणात्मक क्रियाए कहते हैं।

उदाहरण

  • सर- सर = सरसराना
  • भिन- भिन = भिनभिनाना
  • मिन-मिन = मिनमिनाना 
  • छीन-छीन = छिनछिनाना 

विधि वाचक  क्रिया :-

  • जिस क्रिया से किसी प्रकार “आज्ञा का पता चले उसे विधि वाचक  क्रिया कहते है ।

उदाहरण

  • आप सब अब घर जाओ।
  • मोहन तुम चले आओ।
  • तुम वहीं रुक जाओ।

तात्कालिक क्रिया :-

  • यह क्रिया पूर्व कालिक क्रिया की तरह ही मुख्य क्रिया से पहले खत्म होती है लेकिन इसमे और मुख्य क्रिया में समय का अंतर न होकर क्रम का अंतर होता है उसे तात्कालिक क्रिया कहते।

उदाहरण:-

  • वह आते ही सो गया।
  • शेर को देखते ही बेहोश हो गया।
  • वह आते ही बच्चे को पीटने लगा।
  • नर्तकी नाचते ही गिर पड़ी ।
  • बच्चा गिरते ही रो पड़ा ।

इन्हें भी देखें

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