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कर्मधारय समास की परिभाषा
- इस समास में प्रथम पद(पूर्व पद ) गौड़ और दूसरा पद (उत्तर पद) प्रधान होता है
- जिस समास में उपमेय-उपमान का सम्बन्ध हो तो वह कर्मधारय समास होता है
- जिस समास में विशेषण-विशेष्य का सम्बन्ध हो तो वह कर्मधारय समास होता है
- कर्मधारय समास का विग्रह करने पर रूपी, है जो समान शब्द मिलते है
कर्मधारय समास के भेद
- विशेषता वाचक कर्मधारय
- तुलना वाचक कर्मधारय
कर्मधारय समास के उदाहरण
समस्त पद |
विग्रह |
अधमरा |
आधा है जो मरा |
अणुशक्ति |
अणु की है जो शक्ति |
कालापानी |
काला है जो पानी |
कालीमिर्च |
काली है जो मिर्च |
काले बादल |
काला है जो बादल |
दहीबड़ा |
दही में डूबा है जो बड़ा |
नीलकमल |
नीला है जो कमल |
नीलाम्बर |
नीला है जो अम्बर |
नीलगगन |
नीला है जो गगन |
नीलमणि |
नीला हैं जो मणि |
नवजीवन |
नया है जो जीवन |
नवयुवक |
नया है जो युवक |
पीताम्बर |
पीला है जो अम्बर |
प्रधानमंत्री |
प्रधान है जो मंत्री |
परमेश्वर |
परम है जो ईश्वर |
परमात्मा |
परम है जो आत्मा |
परमानन्द |
परम है जो आनन्द |
परमवीर |
परम है जो वीर |
लालमणि |
लाल हैं जो मणि |
मधुरस |
मधुर है जो रस |
महर्षि |
महान है जो ऋषि |
महात्मा |
महान है जो आत्मा |
महादेव |
महान है जो देव |
महारथी |
महान है जो रथी |
महाराज |
महान है जो राजा |
सगुण |
सत (अच्छा )है जो गुण |
सज्जन |
सत (अच्छा )है जो जन |
सुप्रबंध |
अच्छा है जो प्रबन्ध |
सुप्रभात |
अच्छा है जो सुबह |
सुयोजन |
अच्छा है जो योजना |
रूपी विग्रह
समास |
विग्रह |
कन्याधन |
कन्या रूपी धन |
गुरुदेव |
गुरु रूपी देव |
देहलता |
देह रूपी लता |
विद्याधन |
विद्या रूपी धन |
स्नेहलता |
स्नेह रूपी लता |
हेमलता |
हेम रूपी लता |
के समान विग्रह
समास |
विग्रह |
कनकलता |
कनक के समान लता |
कमलनयन |
कमल के समान नयन |
चन्द्रमुख |
चन्द्र के समान मुख |
चरणकमल |
कमल के समान चरण |
घनश्याम |
घन(बादल ) के समान श्याम |
प्राणप्रिय |
प्राणों के समान प्रिय |
मृगनयन |
मृग के समान नमन |
शैलोन्नत |
शैल के समान उन्नत |
लौह पुरुष |
लोहें के समान पुरुष |
इन्हें भी देखें
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