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तत्पुरुष समास की परिभाषा
- वह समास जिसका द्वितीय पद(उत्तर पद ) प्रधान तथा प्रथम पद (पूर्व पद ) गौड़ होता है तत्पुरुष समास कहलाता है।
- इनके निर्माण में दो पदों के बीच कारक चिन्हों ( का, के, को, की, के लिए, से, में, पर )का लोप हो जाता है
तत्पुरुष समास के उदाहरण
जैसे :-
- राजपुत्र – राजा का पुत्र
- राजदूत – राजा का दूत
सामासिक पद – विग्रह
- स्वर्गवासी – स्वर्ग का वास
- न्यायालय – न्याय का आलय(घर)
- साधना स्थल – साधना का स्थल
- व्याघ्र चर्म – बाघ का चमड़ा
- हिमकण – हिम के कण
- जलयात्रा – जल की यात्रा
- देवसरी – देवों की साड़ी
- जल यात्रा – जल की यात्रा
- रणभेरी – रण की भेरी
- घुड़दौड़ – घोड़ों की दौड़
- नगर संस्कृति – नगर की संस्कृति
- धर्मनिष्ठ – धर्म में निष्ठा
- देशवासी देश के वासी
- तीर्थराज तीर्थों का राजा
- अणुशक्ति अणुओ की शक्ति
तत्पुरुष समास के भेद
- तत्पुरुष समास के छः भेद है
- कर्म तत्पुरुष
- करण तत्पुरुष
- संप्रदान तत्पुरुष
- अपादान तत्पुरुष
- सम्बन्ध तत्पुरुष
- अधिकरण तत्पुरुष
कर्म तत्पुरुष समास (को)
- इसमें कर्म की विभक्ति को का लोप होता है
कर्म तत्पुरुष के उदाहरण
- यशप्राप्त – यश को प्राप्त
- ग्रन्थकार – ग्रन्थ को कारने वाला
- देशगत – देश को गया हुआ
- मरणासन्न – मारने को आसन
- शरणागत – शरण को गत
- ग्रामगत – ग्राम को गया हुआ
- परलोकगमन – परलोक को गमन
- माखनचोर – माखन को चुराने वाला
- स्वर्गप्राप्त – स्वर्ग को प्राप्त
- मनोहर – मन को हरने वाला
- गगनचुम्बी – गगन को चूमने वाला
- मुहतोड़ – मुह को तोड़ने वाला
- जलधर – जल को धारण करने वाला
- जेबकतरा – जेब को कतरने वाला
- पाकेटमार – पाकेट को मारने वाला
- रथचालक – रथ को चलाने वाला
- विमान चालक – विमान को चलाने वाला
- रेल चालक – रेलगाड़ी को चलाने वाला
- कार चालक – कार को चलाने वाला
- रिक्शा चलाक – रिक्शा को चलाने वाला
करण तत्पुरुष
- इसमें करण कारक की विभक्ति से या के द्वारा का लोप होता है
करण तत्पुरुष के उदाहरण
- तुलसीकृत तुलसी के द्वारा लिखित
- बस यात्रा बस के द्वारा यात्रा
- रथ यात्रा रथ के द्वारा यात्रा
- हस्तलिखित हाथ के द्वारा लिखित
- मनचाहा मन से चाहा
- रोगग्रस्त रोग से ग्रस्त
- रेखांकित रेखा से अंकित
- गुरुकृत गुरु से कृत
- प्रेमातुर प्रेम से आतुर
- अकालपीड़ित अकाल से पीड़ित
- मुह मांगा मुह से मांगा
- मनमाना मन से माना
- जन्मरोगी जन्म से रोगी
- रसभरा रस से भरा
- पददलित पद से दलित
सम्प्रदान तत्पुरुस
- इसमें सम्प्रदान कारक की विभक्ति के लिए का लोप होता है
सम्प्रदान तत्पुरुष के उदाहरण
- देशप्रेम – देश के लिए प्रेम
- दान-पत्र – दान के लिए पत्र
- रंग मंच – रंग के लिए मंच
- युद्ध-भूमि – युद्ध के लिए भूमि
- जेब खर्च – जेब के लिए खर्च
- रसोई-घर – रसोई के लिए घर
- विद्यालय – विद्या के लिए आलय (घर)
- भोजनालय – भोजन के लिए आलय
- डाकघर – डाक के लिए घर
- परीक्षा-घर – परीक्षा के लिए घर
- गौशाला – गाय के लिए शाला
- प्रयोगशाला – प्रयोग के लिए शाला
- परीक्षा-भवन – परीक्षा के लिए भवन
- गुरु-दक्षिणा – गुरु के लिए दक्षिणा
- सत्याग्रह – सत्य के लिए आग्रह
- हथकड़ी – हाथ के लिए कड़ी
- देश-भक्ति – देश के लिए भक्ति
- स्नान-ग्रह – स्नान के लिए ग्रह
अपादान तत्पुरुष (से अलग होना)
- इसमें अपादान कारक की विभक्ति से (अलगाव) का लोप होता है
अपादान तत्पुरुष के उदाहरण
- ऋणमुक्त – ऋण से मुक्ती
- वचनमुक्त – वचन से मुक्ती
- रोग मुक्त – रोग से मुक्त
- पदच्युत – पद से च्युत
- देश निकाला – देश से निकाला
- हिमाच्छादित – हिम से आच्छादित
- पथ भ्रष्ट – पथ से भ्रष्ट
- धर्म भ्रष्ट – धर्म से भ्रष्ट
- ह्रदयहीन – ह्रदय से हीन
- दया हीन – दया से हीन
- धनहीन – धन से हीन
- रंगहीन – रंग से हीन
- नेत्र हीन – नेत्र से हीन( बिना आंख )
- विद्या विहीन – विद्या से हीन (विना विद्या के )
- वित्त विहीन – वित्त से हीन (विना धन के )
- वित्त विहीन – वित्त से हीन (विना धन के )
- प्रदुषण रहित – प्रदुषण से रहित
संबंध तत्पुरुष (का, के, की)
- इसमें सम्बन्ध कारक की विभक्ति क,का, के, की का लोप होता है
संबंध तत्पुरुष के उदाहरण
- राजकुमार – राजा का कुमार
- भारतवासी – भारत का वासी
- राजपुत्र – राजा का पुत्र
- पवनपुत्र – पवन का पुत्र
- दीनानाथ – दीनो का नाथ
- लखपति – लाखों का पति
- राजदूत – राजा का दूत
- ऋतुराज – ऋतुओ का राजा
- आत्मोत्सर्ग – आत्मा का उत्सर्ग
- धनोपार्जन – धन का उपार्जन
- घुड़ दौड़ – घोड़ो का दौड़
- राष्ट्रपति – राष्ट्र का पति
- भारतेन्दु – भारत का इन्द्र
- गंगाजल – गंगा का जल
- कथा साहित्य – कथा का साहित्य
- शर शैय्या – शर की शैय्या
- समुद्र यात्रा – समुद्र की यात्रा
- पुत्रवधु – पुत्र की वधु
- गिरि कन्दरा – गिरि की कन्दरा
अधिकरण तत्पुरुष (में, पर )
- इसमें अधिकरण कारक की विभक्ति में, पर का लोप होता है
अधिकरण तत्पुरुष के उदाहरण
- ग्रह प्रवेश – ग्रह में प्रवेश
- वनवास – वन में वास
- नगरवास – नगर में वास
- ध्यान मग्न – ध्यान में मग्न
- सिरदर्द – सिर में दर्द
- आत्मविश्वास – आत्मा पर विश्वास
- घुड़सवार – घुड़ पर सवार
तत्पुरुष समास के कुछ अन्य भेद
- तत्पुरुष समास दो प्रकार के होते है
- समानाधिकरण तत्पुरुष समास
- व्याधिकरण तत्पुरुष समास
समानाधिकरण तत्पुरुष समास
- इस समास के अंतर्गत दो समास आते है
- कर्मधारय समास
- द्विगु समास
व्याधिकरण तत्पुरुष समास
- इस समास के अंतर्गत छ: भेद होते है
- कर्म तत्पुरुष
- करण तत्पुरुष
- सम्प्रदान तत्पुरुष
- अपादान तत्पुरुष
- सम्बन्ध तत्पुरुष
- अधिकरण तत्पुरुष