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सिंधु घाटी सभ्यता
- सर्वप्रथम चार्ल्स मेशन ने जानकारी दिया था
- सर्वप्रथम सर्वेक्षण जेम्स कनिघम ने किया था
- सर्वप्रथम खुदाई दयाराम सहनी ने किया था
- सिन्धु घाटी सभ्यता का नामकरण जॉन मार्शल ने किया था
- सिंधु घाटी सभ्यता दुनिया की पहली शहरी सभ्यता थी
- सभी शहर सिन्धु नदी के पास अवस्थित थे
- सिंधु घाटी सभ्यता सर्वाधिक स्थल गुजरात में प्राप्त हुए
- सिंधु घाटी सभ्यता का आकर लगभग त्रिभुजाकार था
- सिंधु घाटी सभ्यता का क्षेत्रफल लगभग 13 लाख वर्ग किलोमीटर
- सबसे उत्तरी स्थल मण्डा जम्मू-कश्मीर में स्थित है
- सबसे दक्षिणी स्थल दैमाबाद महाराष्ट्र में स्थित है
- सबसे पूर्वी स्थल अलमगीरपुर उत्तर प्रदेश में स्थित है
- सबसे पश्चिमी स्थल सुत्कागेंडोर पाकिस्तान में स्थित है
- सबसे बड़ा स्थल धौला वीरा
- सबसे बड़ा शहर मोहनजोदड़ो
- सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा बंदरगाह शहर लोथल
- हड़प्पा सिन्धु नदी के किनारे पाकिस्तान में अवस्थित है
हड़प्पा
- वर्तमान स्थिति :⇒ पाकिस्तान
- नदी :⇒ रावी नदी
- अन्वेषण :⇒ दयाराम साहनी (1921)
- उत्खनन :⇒ दयाराम साहनी (1923-24)
हड़प्पा सभ्यता से प्राप्त अवशेष
- कुम्हार का चाक
- अन्नागार (अनाज का भडारण )
- श्रमिक आवास
- मातृदेवी की मूर्ति
- ओखली
- ताबूत
- RH -37 कब्रिस्तान
- हाथी का कंकाल
- स्वस्तिक चिन्ह
- बिल्ली का पीछा करता हुआ कुत्ता (पदचिन्ह )
- सौन्दर्य प्रसाधन सामान
- लिपस्टिक
- सुई धागा
- मनका(घड़ा) पर कला कृत
- ईट पर कला कृत
हड़प्पा सभ्यता की विशेषताये
- यह शहरी सभ्यता थी
- ये लोग पक्की ईटों से घर का निर्माण करते थे
- गणतन्त्रात्मक शासन व्यवस्था थी
- युद्ध का ज्ञान नही था
- परिवार मातृसत्तात्मक था
- एकल परिवार का प्रचलन था
- उद्योग आधारित अर्थव्यवस्था थी
- पवित्र पशु बैल था
- वर्ण व्यवस्था नही पायी जा ती थी
- मातृदेवी की पूजा होती थी
चन्द्र्हुदडो
- खोजकर्ता ⇒ गोपाल मजुमदार (1930-31)
- उत्खनन कर्ता ⇒ मैके (1935-36)
- वर्तमान स्थिति ⇒ सिंध प्रान्त (पाकिस्तान)
- नदी ⇒ सिन्धु नदी
- सिंधु घाटी सभ्यता का एक मात्र शहर जो दुर्ग (किले) से घिरा हुआ नही था
- औद्योगिक शहर
चन्द्र्हुदडो से प्राप्त अवशेष
- बिल्ली का पीछा करता हुआ कुत्ता (पदचिन्ह )
- सौन्दर्य प्रसाधन सामान
- लिपस्टिक
- सुई धागा
- मनका(घड़ा) पर कला कृत
- ईट पर कला कृत
मोहनजोदड़ो
- वर्तमान स्थिति ⇒ सिंध प्रान्त में स्थित लरकाना जिला (पाकिस्तान)
- नदी ⇒ सिन्धु नदी
- खोजकर्ता ⇒ राखलदास बनर्जी (1922)
- जॉन मार्शल के निर्देशन में वृहद स्तर पर उत्खनन (1925)
मोहनजोदड़ो से प्राप्त अवशेष
- सबसे बड़ा शहर
- मृतको का टीला
- सूती वस्त्र
- पुरोहित आवास
- सभागार
- स्नानागार
- सबसे बड़ी अन्नागार
- चौड़ी सड़के
- सिन्धु सभ्यता का गलीचा
- युद्ध का प्रतीक
- कांस्य नर्तकी
- पशुपति शिव
- धार्मिक शहर
रोपड़
- स्थान ⇒ पंजाब (ज़िला रोपड़)
- नदी ⇒ सतलज नदी
- खोजकर्ता ⇒ बी.बी. लाल(1950)
- उत्खनन कर्ता ⇒ यज्ञदत्त शर्मा (1953-56)
- आदमी के साथ कुत्ता को दफ्नाने का प्रचालन
कालीबंगा
- खोजकर्ता ⇒ पी.के.थापर तथा वी. वी. लाल (1961-69)
- नदी ⇒ घघर नदी(सरस्वती नदी)
- वर्तमान स्थान ⇒ राजस्थान (हनुमान गढ़ )
कालीबंगा से प्राप्त साक्ष
- चूड़ी
- यज्ञ के सामान
- जूते हुए खेत
- हल
- अलंकृत ईट
धौलावीरा
- स्थिति ⇒ गुजरात (कच्छ )
- खोज कर्ता ⇒ जगपति जोशी सन ⇒ 1967-68 ई.
- उत्खनन कर्ता ⇒ आर. एस. बिष्ट सन ⇒ 1989 से 91 तक
धौलावीरा से प्राप्त साक्ष
- सबसे बड़ा स्थल
- स्थान
सुत्कन्गेडोर
- स्थिति ⇒ मरकान (पाकिस्तान)
- नदी ⇒ दश्क नदी
- उत्खनन कर्ता ⇒ आरेल स्टाइन सन ⇒ 1927 से 28 तक ई.
सुत्कन्गेडोर से प्राप्त साक्ष
- घोड़ा का कंकाल
- कलश शवाधान(घड़े में कंकाल)
लोथल
- स्थिति ⇒ गुजरात (अहमदाबाद)
- नदी ⇒ भोगवा नदी
- खोज कर्ता ⇒ एस. आर. राव (1954)
- उत्खनन कर्ता ⇒ एस. आर. राव ; सन ⇒ 1954-55 से 62-63 तक ई.
लोथल से प्राप्त साक्ष
- युगल शवाधान
- बंदरगाह
- विदेशी व्यापार
- विदेशी मोहर(फारस देश का)
- तराजू और बाट (माप तौल)
- बाट (16 किलोग्राम)
- व्यापारिक शहर
- बंदरगाह शहर
रंगपुर
- वर्तमान स्थिति ⇒ गुजरात (अहमदाबाद)
- नदी ⇒ भादर
- आरंभिक उत्खनन कर्ता ⇒ माधव स्वरूप वत्स (1935 )
- वृहद उत्खनन कर्ता ⇒ एस. आर. राव (1953 – 56)
रंगपुर से प्राप्त साक्ष
- धान की भूसी
आलमगीरपुर
- वर्तमान स्थिति ⇒ मेरठ(उत्तर प्रदेश)
- नदी ⇒ हिंडन नदी
- खोज कर्ता ⇒ यज्ञदत्त शर्मा (1958)
बनमाली
- वर्तमान स्थिति ⇒ हरियाणा(फतेहाबाद)
- नदी ⇒ सरस्वती नदी
- उत्खनन कर्ता ⇒आर. एस. बिष्ट (1974-77)
बनमाली से प्राप्त अवशेष
- खोजकर्ता ⇒ रविन्द्र सिंह
- स्थान ⇒ हरियाणा
- सड़के ⇒ टेड़ी-मेडी
- नालियाँ खुली हुई थी
- जल निकासी की अच्छी व्यवस्था नही थी