24 April 2025
द्वंद्व समास

द्वन्द समास

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द्वन्द समास की परिभाषा

  • इस समास में दोनों(उत्तर तथा पूर्व )पद प्रधान होते हैं
  • लेकिन दोनों के बीच और शब्द का लोप होता है।
  • द्वन्द समास का विग्रह करने पर दोनों पदों के बीच समुच्चय बोधक संयोजक (और तथा एवं ) विकल्प बोधक संयोजक (या अथवा ) प्राप्त होता है
  • जिस समास का विग्रह करने पर और, अथवा, या, एवं लगता है वह द्वन्द समास कहलाता है

द्वन्द समास का उदाहरण

  • समुच्चय बोधक संयोजक (और, तथा, एवं )
समस्त पद    समास विग्रह
  • अन्न जल अन्न और जल
  • आज-कल आज और कल
  • अस्त्र-शस्त्र अस्त्र और शस्त्र
  • ऊँचा-नीचा → ऊँचा और नीचा
  • ऋषि-मुनि  → ऋषि और मुनि
  • खरा खोटा खरा और खोटा
  • गोरा काला गोरा और काला
  • जय-पराजय → जय और पराजय
  • जीव-जन्तु → जीव और जन्तु
  • दाल-चावल → दाल और चावल
  • देश-विदेश देश और विदेश
  • दाल भात दाल और  भात
  • पाप-पुण्य → पाप और पुण्य
  • भय-संदेह →  भय और संदेह
  • भला-बुरा → भला और बुरा
  • भाई-बहन → भाई और बहन
  • माता-पिता → माता और पिता
  • रंग-विरंगी → रंग और विरंगी
  • राग-द्वेष → राग और द्वेष
  • रुपया-पैसा → रुपया और पैसा
  • राधा कृष्ण राधा और कृष्ण
  • राजा रंक राजा और रंक
  • लेन-देन → लेन और देन
  • लेना-देना  → लेना और देना
  • वेद-पुराण → वेद और पुराण
  • सीता-राम →  सीता और राम
  • सुख- दुःख → सुख और दुःख
  • सुख-दुख  →  सुख और दुख
  • हार-जीत → हार और जीत
  • हास-परिहास हास और परिहास

द्वन्द समास के भेद

  • द्वन्द समास के तीन भेद है
  1. इतरेतर द्वन्द
  2. वैकल्पिक द्वन्द
  3. समाहार द्वन्द

1. इतरेतर द्वन्द समास

  • वे समास जिनके दोनों पदों के बीच “और”, “तथा” शब्द का लोप होता है इतरेतर द्वन्द कहलाते है

जैसे :-

समस्त पद    समास विग्रह
  • नर-नारी → नर और नारी
  • अस्त्र-शस्त्र → अस्त्र और शस्त्र
  • ऋषि-मुनि → ऋषि और मुनि
  • जीव-जन्तु → जीव और जन्तु
  • राग-द्वेष → राग और द्वेष
  • घी-शक्कर → घी और शक्कर
  • देश-विदेश → देश और विदेश
  • भीमार्जुन → भीमा और अर्जुन

2. वैकल्पिक द्वन्द समास

  • वे समास जिनके दोनों पदों के बीच विकल्प सूचक शब्द ( “या “, “अथवा “) आदि शब्द का लोप होता है वैकल्पिक

द्वन्द कहलाते है

  • इसमें प्रायः विलोम शब्द आते है

जैसे :-

समस्त पद    समास विग्रह
  • पाप पुण्य → पाप और  पुण्य
  • राग विराग → राग और विराग
  • अर्थ अनर्थ → अर्थ और अनर्थ
  • जाति  कुजाति → जाति और  कुजाति
  • धर्म अधर्म → धर्म और अधर्म
  • सुख दुःख → सुख और दुःख
  • नर-नारी → नर और नारी
  • अस्त्र-शस्त्र → अस्त्र और शस्त्र

3. समाहार द्वन्द समास

  • वे समास जिनके दोनों पदों में समान अर्थ प्रकट होता है समाहार द्वन्द कहलाते है

जैसे :-

  • लूला लगडा
  • ज़ी जान
  • कागज पत्र
  • जीव जन्तु
  • रुपया पैसा
  • धन दौलत
  • नदी नाला
  • लुट मार
  • कहा सुनी
  • मार पीट
  • कूड़ा कचरा
  • रंग रूप
  • दाल रोटी
  • बड़ा बुढ़ा
  • ब्रह्मा विष्णु महेश
  • गंगा यमुना सरस्वती
  • रोटी कपड़ा मकान
इन्हें भी देखें
  1. अव्ययीभाव समास
  2. तत्पुरुष समास
  3. कर्मधारय समास
  4. द्विगु समास
  5. द्वन्द समास
  6. बहुब्रीह समास

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