7 May 2025
वक्रोक्ति अलंकार क्या है

वक्रोक्ति अलंकार क्या है? परिभाषा, प्रकार और 10+ उदाहरणों से समझें

वक्रोक्ति अलंकार: परिभाषा, प्रकार और उदाहरण | पूरी जानकारी

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वक्रोक्ति अलंकार क्या है?

  • वक्रोक्ति अलंकार हिंदी काव्य का एक विशेष अर्थालंकार है जिसमें शब्दों के टेढ़े या द्वयर्थी अर्थ निकाले जाते हैं।
  • यह एक प्रकार की चतुराईपूर्ण अभिव्यक्ति है जहाँ वक्ता के कथन का सतही अर्थ और गहरा अर्थ अलग-अलग होता है।

परिभाषा:

“जहाँ शब्दों के दो अर्थ निकलें – एक सीधा स्पष्ट अर्थ और दूसरा टेढ़ा या व्यंग्यपूर्ण अर्थ, वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है।”

वक्रोक्ति अलंकार की विशेषताएँ:

  • शब्दों के दोहरे अर्थ का प्रयोग
  • चतुराईपूर्ण अभिव्यक्ति
  • व्यंग्य या हास्य का तत्व
  • सतही और गहरे अर्थ में अंतर
  • काव्य को रोचक बनाना

वक्रोक्ति अलंकार के प्रकार

  1. श्लेष वक्रोक्ति
  2. अर्थ वक्रोक्ति

श्लेष वक्रोक्ति

  • जब श्लेष (द्वयर्थी) शब्दों का प्रयोग हो।

उदाहरण:

“तुम मोहन कहलाओ या मधुसूदन कहलाओ”

  • (मोहन – मोहित करने वाला/कृष्ण, मधुसूदन – मधु नामक राक्षस को मारने वाला/कृष्ण)

अर्थ वक्रोक्ति

  • जब वाक्य के अर्थ में चतुराई हो।

उदाहरण:

“राजा ने कहा – यह तो बहुत सुंदर है!

मंत्री ने समझा – मेरी पत्नी की बात हो रही है!”

10+ उदाहरण सहित समझें

  • वह बहुत उदार है – उदार (दानी/मोटा)”
  • तुम तो सचमुच गजानन हो – गजानन (गणेश/हाथी जैसा मुख वाला)
  • आप तो बिल्कुल धनपति हैं – धनपति (कुबेर/धनी व्यक्ति)
  • वह तो सच्चा हरिजन है – हरिजन (भगवान का भक्त/एक जाति)
  • तुम्हारी बुद्धि तो वास्तव में तीक्ष्ण है – तीक्ष्ण (तेज/नुकीली)
  • आप तो साक्षात भास्कर हैं – भास्कर (सूर्य/प्रकाश देने वाले)
  • यह तो बहुत हल्का है – हल्का (वजन में कम/गंभीर नहीं)
  • तुम तो सच्चे पंडित हो – पंडित (विद्वान/ब्राह्मण)
  • वह तो बिल्कुल निर्लज्ज है – निर्लज्ज (बेहया/लज्जा रहित)
  • आप तो सच्चे साधु हैं – साधु (संत/भला आदमी)

वक्रोक्ति अलंकार का महत्व

  • काव्य को चतुराईपूर्ण बनाता है
  • व्यंग्य और हास्य का सशक्त माध्यम
  • पाठक को सोचने पर मजबूर करता है
  • भाषा को रोचक और प्रभावी बनाता है
  • सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार करने का उपकरण

वक्रोक्ति vs श्लेष अलंकार

विशेषता वक्रोक्ति श्लेष
प्रकृति द्वयर्थी वाक्य द्वयर्थी शब्द
उद्देश्य व्यंग्य/चतुराई ध्वनि सौंदर्य
उदाहरण तुम मोहन कहलाओ काल करे सो आज कर

निष्कर्ष

  • वक्रोक्ति अलंकार हिंदी काव्य का एक अनूठा अलंकार है जो शब्दों के द्वयर्थी प्रयोग से कविता को चतुराईपूर्ण और रोचक बनाता है।
  • यह व्यंग्य और हास्य का सशक्त माध्यम है जो पाठक को सोचने पर मजबूर करता है।

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